पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद क्षेत्र में भय और तनाव का माहौल है। इस हिंसा के चलते बड़ी संख्या में लोगों ने अपने घर और जिला छोड़ दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 500 लोगों ने पलायन किया है। विपक्ष के नेता और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने रविवार को दावा किया कि मुर्शिदाबाद के धुलियान में हुई सांप्रदायिक हिंसा के कारण 400 से अधिक हिंदू परिवारों को नदी पार कर दूसरे इलाकों में शरण लेनी पड़ी। उन्होंने कहा कि लोग लालपुर हाई स्कूल (देवनापुर-सोवापुर जीपी), बैष्णबनगर (मालदा) जैसे क्षेत्रों में अस्थायी रूप से रह रहे हैं।
ममता के मंत्री का बयान
इस बीच, पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री फिरहाद हकीम का बयान विवादों में आ गया है। हिंसा के बाद हुए पलायन पर उन्होंने कहा, “हिंसा प्रभावित क्षेत्रों से लोग राज्य छोड़कर नहीं जा रहे हैं, बल्कि वे बंगाल के अंदर ही दूसरी जगह जा रहे हैं। सब कुछ नियंत्रण में है और पुलिस उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। प्रशासन हालात सामान्य करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।”
BSF और CRPF की तैनाती
हिंसा के बाद स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि वहां BSF (सीमा सुरक्षा बल) को तैनात करना पड़ा। BSF के एडीजी (पूर्वी कमान) रवि कुमार गांधी ने ANI को बताया कि
स्थिति अब सामान्य हो रही है। शुक्रवार से BSF और स्थानीय पुलिस मिलकर काम कर रही है। जहां कहीं भी तनाव की जानकारी मिल रही है, हम तत्काल कार्रवाई कर रहे हैं। CRPF की टीमें भी वहां पहुंच चुकी हैं।
#WATCH | Kolkata | On Murshidabad exodus, TMC leader and West Bengal Minister Firhad Hakim says, “They are migrating within Bengal only… Everything is alright… The situation happened, it happened… Though it is condemnable and police will uncover who was behind it…” pic.twitter.com/4KH5A5hLmv
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) April 14, 2025
राज्यपाल और केंद्र सरकार की सक्रियता
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ. सी.वी. आनंद बोस ने भी हिंसा पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि उनकी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस मुद्दे पर बात हुई है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय भी पूरी तरह सतर्क हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। उपद्रवियों की पहचान की जा रही है और उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है।