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‘हमें सभी ओसामा बिन लादेन को खत्म करना होगा’, हिमंत बिस्वा सरमा ने इशारों में किसे बताया ‘कुख्यात आतंकवादी’?

असम के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को गैंगस्टर से राजनेता बने दिवंगत मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा पर निशाना साधा. बता दें कि बिहार चुनाव में ओसामा राजद के उम्मीदवार के रूप में रघुनाथपुर से चुनाव लड़ रहे हैं. सरमा ने रघुनाथपुर की एक रैली में मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा को कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन से जोड़ा था.

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : Versha Singh Updated: Nov 4, 2025 16:39

असम के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को गैंगस्टर से राजनेता बने दिवंगत मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा पर निशाना साधा. बता दें कि बिहार चुनाव में ओसामा राजद के उम्मीदवार के रूप में रघुनाथपुर से चुनाव लड़ रहे हैं. सरमा ने रघुनाथपुर की एक रैली में मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा को कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन से जोड़ा था.

रघुनाथपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, ‘रघुनाथपुर आने से पहले मैंने सोचा था कि मैं भगवान राम, भगवान लक्ष्मण और देवी सीता के दर्शन करूंगा, लेकिन मुझे बताया गया कि यहां कई राम, लक्ष्मण और सीता हैं और ओसामा भी है. तो मैंने पूछा, ओसामा कौन है? यह ओसामा पहले वाले ओसामा बिन लादेन जैसा है. हमें राज्य में सभी ओसामा बिन लादेन का सफाया सुनिश्चित करना है. ओसामा के पिता का क्या नाम था? उन्हें शाहबुद्दीन कहा जाता था.’

31 वर्षीय ओसामा शहाब ने बिहार के रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के टिकट पर अपनी राजनीतिक शुरुआत की. जन सुराज ने राहुल कीर्ति को मैदान में उतारा है, जबकि जदयू ने रघुनाथपुर से विकास कुमार सिंह को मैदान में उतारा है.

यह निर्वाचन क्षेत्र उनके दिवंगत पिता, जो लालू प्रसाद की राजद से चार बार सांसद रहे थे, का गढ़ माना जाता है. हालांकि, ओसामा का राजनीति में प्रवेश विवादों से अछूता नहीं रहा है, क्योंकि उन पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से अधिकांश शस्त्र अधिनियम, 1959 से संबंधित हैं.

पिता शहाबुद्दीन पर दर्ज हैं कई केस

उनके पिता शहाबुद्दीन का अतीत काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है और उन पर हत्या और हत्या के प्रयास के कई मामले दर्ज हैं. ओसामा को उम्मीदवार बनाने के राजद के फैसले से विवाद खड़ा हो गया है और आलोचकों ने पार्टी के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं.

बिहार में 6 नवंबर को है चुनाव

इस बीच, बिहार में मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और महागठबंधन के बीच होगा.

एनडीए में भारतीय जनता पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं.

राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाले महागठबंधन में कांग्रेस पार्टी, दीपंकर भट्टाचार्य के नेतृत्व वाली भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (सीपीआई-एमएल), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (सीपीएम) और मुकेश साहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं.

इसके अलावा, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने राज्य की सभी 243 सीटों पर दावा ठोक दिया है. विधानसभा चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे. नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.

First published on: Nov 04, 2025 04:24 PM

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