हर साल 21 जून को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है, लेकिन इस बार आंध्र प्रदेश का शहर विशाखापत्तनम इसे कुछ खास बनाने जा रहा है। यहां 2.5 लाख से ज्यादा लोग एक साथ योग करेंगे और एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की कोशिश करेंगे। इस ऐतिहासिक पल के साक्षी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू बनेंगे। समुद्र के किनारे योग करते हजारों लोगों का नजारा बेहद अद्भुत होगा। यह सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि योग को जन-जन तक पहुंचाने की एक बड़ी पहल है, जो भारत की प्राचीन परंपरा को नया गौरव दिलाएगी।
विशाल आयोजन की तैयारी
आंध्र प्रदेश का खूबसूरत शहर विशाखापत्तनम इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर इतिहास रचने जा रहा है। 21 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की मौजूदगी में करीब 2.5 लाख लोग एक साथ योग करेंगे। इसका उद्देश्य एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना है। यह आयोजन विशाखापत्तनम के 26.5 किलोमीटर लंबे समुद्र तट पर किया जाएगा, जो काली माता मंदिर (आरके बीच) से लेकर भीमुनिपटनम तक फैला होगा। इस पूरे क्षेत्र को 68 भागों में बांटा गया है, जहां खुले मैदान, स्कूल, खेल परिसर, नौसेना परिसर और अन्य सार्वजनिक स्थल शामिल हैं।
‘योगांध्र-2025’ अभियान की शुरुआत
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार ने ‘योगांध्र-2025’ नाम से एक विशेष अभियान शुरू किया है। यह अभियान 21 मई से 21 जून तक चलेगा। इसके तहत पूरे राज्य में योग की जागरूकता फैलाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसमें छात्र, योग प्रशिक्षक, सामाजिक संगठन और आम जनता सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। सरकार का लक्ष्य है कि राज्यभर में कुल 5 लाख लोग इस योग कार्यक्रम में भाग लें, जिससे यह केवल रिकॉर्ड नहीं, बल्कि एक जन-आंदोलन का रूप ले सके।
योग दिवस की 10वीं वर्षगांठ पर खास आयोजन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से 2015 में संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी थी। इस वर्ष जब यह दिन अपनी 10वीं वर्षगांठ मना रहा है, तो विशाखापत्तनम में यह आयोजन और भी विशेष बन गया है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इसे ऐतिहासिक बनाने के लिए अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है, जिसे हर व्यक्ति तक पहुंचाना जरूरी है।
नया रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य
इससे पहले 2023 में सूरत, गुजरात में हुए योग सत्र में 1.53 लाख लोगों ने भाग लेकर रिकॉर्ड बनाया था। अब विशाखापत्तनम में 2,58,948 से अधिक लोगों के योग करने की योजना है। अगर यह सफल होता है, तो भारत एक बार फिर पूरी दुनिया के सामने योग की शक्ति और एकता का संदेश देगा। यह आयोजन न केवल एक रिकॉर्ड बनाने का अवसर है, बल्कि यह भी दिखाएगा कि किस तरह भारत योग को वैश्विक स्तर पर एक जन-आंदोलन बना रहा है।