Tamil Nadu Stampede New Update: तमिलनाडु के करूर में एक्टर विजय की रैली में मची भगदड़ की असली वजह सामने आ गई है. बताया जा रहा है कि भगदड़ 9 साल की बच्ची के कारण मची, जिसके गुम होने की खबर भाषण दे रहे एक्टर तक पहुंची थी और फिर एक्टर ने उसे तलाशने की अपील पुलिस और भीड़ से की. बच्ची को तलाशने की जद्दोजहद में ही भगदड़ मच गई. भीड़ के कारण लोगों का दम घुटने लगा और वे बेहोश होकर गिरने लगे. चीख पुकार मचती देख विजय ने लोगों से शांति की अपील की और फिर रैली छोड़ चले गए.
CM स्टालिन ने दिया मृतकों की संख्या का अपडेट
एक्टर विजय की रैली में भगदड़ की घटना पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मृतकों की संख्या पर अपडेट दिया. वे देररात घायलों से मिलने करूर अस्पताल पहुंचे. मुलाकात के बाद उन्होंने बताया कि हादसे में 39 लोगों की मौत हुई है और 51 घायल हुए हैं. मृतकों में महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल हैं। प्रदेश के इतिहास में किसी राजनीतिक के कार्यक्रम में इतने लोगों की जान कभी नहीं गई. भविष्य में ऐसी त्रासदी कभी नहीं होनी चाहिए. फिलहाल 51 लोगों का उपचार चल रहा है. भारी मन से हादसे में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देता हूं. मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. घायलों को 1 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री स्टालिन ने किया जांच आयोग का गठन
मुख्यमंत्री स्टालिन ने एक्टर विजय की रैली में मची भगदड़ की जांच के लिए एक जांच आयोग का गठन कर दिया है, जिसका नेतृत्व हाई कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस करेंगे. उन्हें जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट सौंपने को आदेश दिए गए हैं. वहीं करूर जिला प्रशासन ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी तमिलनाडु सरकार से करूर में मची भगदड़ की रिपोर्ट मांगी है. प्रधानमंत्री मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल समेत कई नेताओं ने भगदड़ पर चिंता जताई और पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की.
एक्टर विजय को देखने के लिए उमड़ी फैंस की भीड़
बता दें कि तमिलनाडु वेत्री कझगम (टीवीके) के अध्यक्ष एक्टर विजय को देखने और सुनने के लिए उनके फैंस की करीब 50000 लोगों की भीड़ जुटी थी. पुलिस सूत्रों के अनुसार, रैली में करीब 10000 लोगों के आने की उम्मीद थी, लेकिन करीब 50 हजार लोग जुटे. रैली के लिए परमिशन भी नहीं ली गई थी, लेकिन रैली में हालात ऐसे थे कि लोग एक्टर की एक झलक पाने के लिए उनकी बस की ओर बढ़ते जा रहे थे. इसके लिए लोगों ने पुलिस के द्वारा लगाए गए बैरिकेड तक तोड़ दिए थे. पुलिस सिक्योरिटी के बावजूद भीड़ नियंत्रण से बाहर थी. फिर बच्ची के लापता होने की खबर फैल गई और भगदड़ मच गई.