Sabse Bada Sawal, 14 July 2023: आज सबसे बड़ा सवाल में मैं बात बिहार करने वाला हूं। नीतीश के बिहार की। बिहार में बहार है, नीतीशे कुमार हैं। लाठी की बहार है। बीते दिन जो तस्वीर दिखी, वो परेशान करने वाली थी। जिस दरिंदगी से लाठियां भाजी जा रही थीं, वो खदेड़ने के लिए नहीं चोट पहुंचाने के लिए चलाई जा रही थीं। शिक्षक नियुक्ति में जो बदलाव किए गए, उससे युवा परेशान थे। रोजगार की दरकार है।
बिहार में अब किसी भी राज्य का युवा शिक्षक बनने के लिए आवेदन कर सकता है। बीपीएससी के जरिए एक लाख 78 हजार शिक्षकों की बहाली की बात कही जा रही है। बीजेपी ने इन युवाओं का समर्थन किया। इस समर्थन में राजनैतिक आरोप-प्रत्यारोप लगने लगे। इस लाठीचार्ज के दौरान एक बीजेपी नेता विजय कुमार सिंह की मौत हो गई। बीजेपी ने काला दिवस मनाया। विरोध का अधिकार हमारा संवैधानिक अधिकार है।
जेडीयू के अध्यक्ष लल्लन सिंह ने दावा कि विजय कुमार डाक बंगला पहुंचे नहीं थे, वे छज्जूबाग में थे। उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि राज्य सरकार की विफलता और उसके खिलाफ आक्रोश का नतीजा है। नीतीश कुमार अपनी नैतिकता भूल गए हैं। वहीं, तेजस्वी ने कहा कि यदि लाठीचार्ज में किसी की मौत होती है तो राज्य सरकार जिम्मेदार है, लेकिन अगर किसान की मौत की जिम्मेदारी पीएम मोदी लेंगे। तो आज का सवाल है कि लाठी की सरकार है…नीतीशे कुमार है? सरकार का डंडा…या सियासी हथकंडा? देखिए बड़ी बहस