केरल के पलक्कड़ जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां नगर निगम की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। नेता आपस में भिड़ गए और उनमें जमकर लात-घूंसे चले। एक सेंटर का नाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के नाम पर रखने को लेकर यह विवाद हुआ। पूरी घटना को लेकर वीडियो सामने आया है, जिसमें नेता मारपीट करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
पलक्कड़ में मंगलवार को नगर निगम की बैठक हुई, जहां विकलांगों के लिए एक केंद्र का नाम आरएसएस संस्थापक केबी हेडगेवार के नाम पर रखने का प्रस्ताव रखा गया। इस दौरान कांग्रेस और लेफ्ट के नेताओं ने इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताई और जमकर हंगामा किया। हंगामे के बीच सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने प्रस्ताव पारित कर दिया।
यह भी पढे़ं : केरल CM की बेटी के खिलाफ ED करेगी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच, बचाव में उतरे पिनाराई विजयन, जानें क्या बोले?
#WATCH | Palakkad, Kerala: Ruckus in the Palakkad Municipal Corporation meeting after Congress and Left parties objected to naming a centre for the disabled after RSS leader KB Hedgewar
---विज्ञापन---Amid the ruckus, the ruling BJP has passed the resolution. pic.twitter.com/IKE6SZ122I
— ANI (@ANI) April 29, 2025
कांग्रेस और सीपीएम ने बैठक को किया बाधित : कृष्ण दास
नगर निगम की मीटिंग में ही हेडगेवार के नाम को लेकर नेता मारपीट करने लगे। वायरल वीडियो में नेता एक-दूसरे के साथ मारपीट करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसे लेकर पलक्कड़ नगर पालिका के उपाध्यक्ष और भाजपा नेता कृष्ण दास ने कहा कि पलक्कड़ नगर पालिका दिव्यांगों के लिए एक कौशल विकास केंद्र शुरू करना चाहती थी, उस समारोह को भी कांग्रेस और सीपीएम ने बाधित किया।
#WATCH | Kerala: Palakkad Municipality Vice-Chairman and BJP leader Krishna Das says, “Palakkad Municipality wanted to launch a skill development centre for the disabled, that function was also disrupted by Congress and CPM. Today, the council meeting was held here, and the… https://t.co/IPQ3irCzDk pic.twitter.com/X0RQvlVpRm
— ANI (@ANI) April 29, 2025
पलक्कड़ परिषद की बैठक में जमकर हुआ हंगामा
उन्होंने आगे कहा कि यहां परिषद की बैठक हुई और अध्यक्ष ने उन्हें चर्चा के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन उन्होंने न सिर्फ मामले पर चर्चा करने से मना कर दिया, बल्कि यूडीएफ और एलडीएफ ने पूरी कार्यवाही को बाधित कर दिया, उन्होंने हंगामा किया। उन्होंने अध्यक्ष के साथ हाथापाई करने की कोशिश की और उन्होंने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। पलक्कड़ नगर पालिका में पूरी तरह अराजकता थी और इसके लिए यूडीएफ और एलडीएफ जिम्मेदार हैं।
यह भी पढे़ं : गले में कुत्ते का पट्टा, फर्श पर रेंगना, घसीटना…केरल में कर्मियों को क्रूर-अपमानजनक सजा मामले में आया नया मोड़