Political Brother And Sister Of India: पूरा देश आज रक्षाबंधन का पर्व धूम-धाम से मना रहा है। बहनें आज अपनी भाई की कलाई पर राखी बांध रक्षा का वचन ले रही है। इसी क्रम में आज हम आपको रूबरू करवाते हैं देश की ऐसी 10 ताकतवर भाई-बहनों की जोड़ियों से जिन्होंने देश के राजनीतिक इतिहास में नई पटकथा लिखने का काम किया। यह और बात है कि कुछ अब भी साथ है लेकिन कुछ के रास्ते अब जुदा हो चुके हैं।
अजीत पवार-सुप्रिया सुले
महाराष्ट्र की राजनीति में शरद पवार की पार्टी एनसीपी फिलहाल मुख्य भुमिका में है। इसी पार्टी के दो बड़े चेहरे अजीत पवार और सुप्रिया सुले की राहें अब अलग-अलग हो चुकी हैं। सुप्रिया सुले सांसद हैं वहीं अजीत पवार महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम हैं।
राहुल गांधी-प्रियंका गांधी
देश के पूर्व पीएम राजीव गांधी और सोनिया गांधी के बेटे-बेटी राहुल और प्रियंका के कंधों पर फिलहाल कांग्रेस का पूरा दारोमदार है। राहुल गांधी फिलहाल सांसद हैं तो वहीं प्रियंका गांधी पार्टी की महासचिव हैं और यूपी की प्रभारी भी हैं। फिलहाल दोनों भाई-बहन 2024 के आम चुनाव में पार्टी को सत्ता में लाने की कोशिशों में जुटे हैं।
तेजस्वी, तेज प्रताप और मीसा भारती
बिहार के पूर्व सीएम रह चुके लालू-राबड़ी की तीनों संतान तेजस्वी, तेज प्रताप और मीसा इन दिनों उनकी विरासत को आगे बढ़ाने में जुटे हैं। मीसा राज्यसभा सांसद रह चुकी हैं। वहीं तेजस्वी डिप्टी सीएम और भाई तेज प्रताप मंत्री का पद संभाल रहे हैं।
वसुंधरा, यशोधरा और माधवराव
एमपी से लेकर राजस्थान तक तीनों भाई-बहनों की राजनीति में धाक रही है। राजस्थान में वसुंधरा राजे अब तक 2 बार सीएम रह चुकी हैं तो वहीं बहन यशोधरा फिलहाल एमपी में मंत्री हैं। तो वहीं माधवराव केंद्र में पहले बीजेपी और उसके बाद कांग्रेस की सरकारों में मंत्री रहे। फिलहाल उनके बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में केंद्रीय मंत्री हैं।
उमर अब्दुल्ला-सारा पायलट
जेकेएनसी के संस्थापक शेख अब्दुल्ला के पोते उमर अब्दुल्ला 29 की उम्र में सांसद बने थे। इसके बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री भी रहे। वहीं उनकी बहन सारा पायलट राजनीति से दूर रहती है। सारा राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की पत्नी हैं। अक्सर उन्हें चुनाव प्रचार के दौरान पति सचिन पायलट के साथ रैलियों में देखा जाता है।
एमके स्टालिन-कनिमोझी
तमिलनाडु की राजनीति में एमके स्टालिन और कनिमोझी का सबसे महत्वपूर्ण योगदान रहा है। दोनों भाई-बहन पिता और पूर्व सीएम करुणानिधि की राजनीति को आगे बढ़ा रहे हैं। कनिमोझी फिलहाल सांसद हैं तो वहीं भाई स्टालिन राज्य के सीएम हैं।
राहुल महाजन-पूनम महाजन
राहुल महाजन और पूनम महाजन भाजपा के दिग्गज नेता रहे प्रमोद महाजन की संतानें हैं। राहुल पेशे से पायलट हैं। तो वहीं बेटी पूनम महाजन उत्तर-मध्य मुबंई से बीजेपी की लोकसभा सांसद है।
जगन मोहन रेडडी-शर्मिला
आंध्र की राजनीति में जगन मोहन रेड्डी और शर्मिला का अक्सर चर्चा में रहता हैं। जगन फिलहाल आंध्रप्रदेश के सीएम है तो वहीं उनकी बहन पार्टी को संभाल रही है।
केटी रामाराव-के कविता
तेलंगाना की राजनीति में भी अन्य दक्षिण के राज्यों की तरह एक भाई-बहन की जोड़ी अक्सर चर्चा में रहती है। तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता और उनके बेटे केटी रामाराव। फिलहाल केटी रामाराव प्रदेश सरकार में मंत्री हैं। तो वहीं के कविता भी विधायक हैं और पार्टी का काम बखूबी संभाल रही हैं।
विजयलक्ष्मी पंडित-जवाहरलाल नेहरू
विजयलक्ष्मी पंडित और जवाहरलाल नेहरू यह पहली जोड़ी थी जिसे भारतीय राजनीति में भाई-बहन की जोड़ी के रूप में देखा जाता है। जवाहर लाल नेहरू देश के पहले प्रधानमंत्री बने वहीं उनकी बहन विजयलक्ष्मी पंडित आजादी के बाद बनीं अंतरिम सरकार में मंत्री बनने वाली पहली महिला थीं। इसके बाद वह महाराष्ट्र की राज्यपाल भी रहीं।
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