Pro-Kannada activists of performed symbolic last rites of CM Stalin: तमिलमाडु राज्य में कर्नाटक की सबसे बड़ी नदी कावेरी का पानी छोड़ने पर प्रदेश के लोगों में आक्रोश है। यहां के किसान और कन्नड समर्थक कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच एक वीडियो सामने आई है, जिसमें कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ता तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की तस्वीर सामने रखकर सांकेतिक अंतिम संस्कार कर रहे हैं। कावेरी विवाद को लेकर राज्य में प्रदेश सरकार और तमिलनाडु सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए। बता दें कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने तमिलनाडु राज्य में 5,000 क्यूसेक पानी छोड़ा है, जिसके बाद ये विरोध-प्रदर्शन का सिलसिला शुरू हुआ।
सीएम एमके स्टालिन का किया गया सांकेतिक अंतिम संस्कार
सोशल मीडिया पर सामने आई इस वीडियो में कन्नड़ समर्थक तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन का विरोध करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसी के साथ कन्नड़ समर्थकों ने तमिलनाडु को पानी छोड़े जाने को लेकर सीएम एमके स्टालिन का सांकेतिक अंतिम संस्कार किया। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कन्नड़ समर्थक सीएम स्टालिन की तस्वीर पर माला डालकर सांकेतिक अंतिम संस्कार करते हैं। साथ ही अंतिम संस्कार में इस्तेमाल होने वाली सामग्री का भी इस्तेमाल करते हैं।
#WATCH | Karnataka Rakshana Vedike stage protest over the Cauvery water release to Tamil Nadu, in Karnataka’s Ramanagara. pic.twitter.com/BQxGGxUVJE
— ANI (@ANI) September 26, 2023
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बेंगलुरु में किसान समूह कर रहे हड़ताल
बता दें कि किसान समूह मंगलवार को बेंगलुरु में हड़ताल कर रहे हैं, इसके साथ ही स्कूलों और कॉलेजों में पहले ही छुट्टी घोषित कर दी गई है। वहीं, कुछ आईटी ऑफिसेस ने पहले ही अपने कर्मचारियों के लिए घर से काम करने की घोषणा कर दी है। इस बीच वटल नागराज के नेतृत्व में कन्नड़ समर्थक समूह शुक्रवार यानी 29 सितंबर को राज्यव्यापी बंद करेगा। नागराज ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि हर कोई बंद का समर्थन करेगा। हम राजभवन के सामने धरना देंगे। हम राष्ट्रीय राजमार्गों और हवाई अड्डों को अवरुद्ध करेंगे, बस, टैक्सी और ऑटो ड्राइवर सब इसका समर्थन करेंगे।
पुलिस प्रशासन ने नहीं दी थी बेंगलुरु में बंद बुलाने की अनुमति
इसके साथ ही बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर बी दयानंद ने कहा कि बेंगुलरु में हो रहे बंद के लिए पुलिस प्रशासन ने किसी तरह की अनुमित नहीं दी है। साथ ही उन्होंने बंद का आयोजन करने वाले और इसमें शामिल संगठनों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि इस दौरान अगर किसी तरह की अप्रिय घटना होती है तो उसके लिए कठोर एक्शन लिया जाएगा।