Raj Thackeray on Operation Sindoor: भारत ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक कर पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लिया है। इस हमले में पीओके के आसपास के 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त हो गए हैं। वहीं पॉलिटिशयन से लेकर फिल्म अभिनेताओं तक ने इस पर रिएक्ट किया। अब एमएनएस नेता राज ठाकरे की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। साथ ही आतंकियों पर सवाल भी उठाए हैं। एमएनएस नेता इस एयर स्ट्राइक पर बयान जारी किया है। आइए आपको भी बताते हैं राज ठाकरे ने क्या कुछ कहा?
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सोशल मीडिया पर शेयर किया पोस्ट
राज ठाकरे ने एक्स पर ट्वीक करते हुए इस पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने लिखा, ‘मैंने पहलगाम में हुए हमले के बाद ट्वीट के माध्यम से कहा था कि जो लोग ऐसे हमलों के पीछे हैं, उन्हें कड़ा सबक सिखाया जाना चाहिए। सिर्फ निंदा कर देने से आतंकवाद को जवाब नहीं मिलता। हमें सख्त कार्रवाई करनी होगी।
घटनाओं पर उठाए सवाल
ठाकरे ने आगे लिखा कि अमेरिका पर जब भी आतंकी हमला हुआ, तब उन्होंने आतंकवादियों को ठिकाने लगाया। हमें भी यह देखना होगा कि ऐसी घटनाएं बार-बार हमारे देश में क्यों घट रही हैं। पाकिस्तान पहले से ही बर्बाद हो चुका है, लेकिन फिर भी आतंकवादी आसानी से हमारे देश में दाखिल हो जाते हैं। इसका कारण और स्रोत हमें ऑपरेशन के जरिए ढूंढकर निकालना चाहिए।
पहलगाम दहशतवादी हल्ल्यानंतर भारताकडून झालेला एअरस्ट्राईक आणि एकूणच परिस्थिती आणि केंद्र सरकारकडून असलेल्या अपेक्षा याबद्दल माध्यमांशी संवाद साधला. pic.twitter.com/GEQTSidGzS
— Raj Thackeray (@RajThackeray) May 7, 2025
सरकार पर साधा निशाना
वहीं आगे राज ठाकरे ने सरकार की कमियों को भी उजागर किया। उन्होंने कहा कि जब ये हमला हुआ था उस वक्त प्रधानमंत्री सऊदी अरब की यात्रा पर थे। इतने गंभीर हालात में उन्होंने अपनी विदेश यात्रा अधूरी छोड़ दी भारत आए पर बिहार में प्रचार करने चले गए। इसके बाद अदानी पोर्ट के कार्यक्रम में गए और फिर मुंबई वेव्स कार्यक्रम में आए। उन्हें ये सब करने की जरूरत नहीं थी।
ऑपरेशन सिंदूर पर क्या बोले?
मॉक ड्रिल पर उन्होंने कहा कि इसकी बजाय जमीनी स्तर पर कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू करना चाहिए। पुलिस बल की मैं सराहना करता हूं, लेकिन ड्रग्स आज खुलेआम नाकों पर मिल रहे हैं। ये कहां से आ रहे हैं, इसका जवाब कौन देगा? ऑपरेशन सिंदूर की बात करूं तो केवल नाम देने से कुछ नहीं होता। उसका कोई विशेष उद्देश्य नजर नहीं आता। नामकरण की बजाय ठोस कार्रवाई जरूरी है।
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