Odisha Train Tragedy: ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रिपल ट्रेन हादसे को आज पूरे एक हफ्ते हो गए। 2 जून की शाम सात बजे के आसपास बहनागा बाजार रोड रेलवे स्टेशन पर कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन मालगाड़ी से टकरा गई। इसके बाद बेपटरी हुए डिब्बों को हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस को टक्कर मार दी थी। इस हादसे में 288 लोगों की मौत हुई। जबकि 1100 से अधिक लोग घायल हुए।
इस हादसे में तमाम मृतकों की शिनाख्त अभी तक नहीं हो पाई है। ऐसे में रेलवे प्रशासन ओडिशा सरकार के सहयोग से इन शवों की पहचान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद ले रहा है। रेलवे एआई से चलने वाली वेबसाइट और सिम कार्ड ट्राएंगुलेशन का इस्तेमाल कर रह रहा है।
कृपया आगे आएं और ओडिशा रेल दुर्घटना के पीड़ितों को उनके परिजनों से मिलाने में मदद करें pic.twitter.com/dEW82HU8Tb
— Eastern Railway (@EasternRailway) June 8, 2023
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शवों की बेहद खराब स्थिति
हादसे में मृतकों के शवों की स्थिति खराब हो चुकी है। उनके कपड़े खून से सने हुए हैं। इसलिए कपड़ों से पहचानना मुश्किल है। आधार कार्ड के जरिए भी पहचान करने के लिए प्रयास हुए, लेकिन अंगूठों की त्वचा क्षतिग्रस्त हो चुकी है। ऐसे में प्रिंट लेना मुश्किल हो गया।
पहली बार में 45 शवों की हुई शिनाख्त
अफसरों के मुताबिक, एआई से चलने वाले संचार साथी वेबपोर्टल का इस्तेमाल 64 शवों की शिनाख्त करने के लिए किया गया था। 45 मामलों में रेलवे ने सफलता हासिल की है। रेलवे ने पीड़ितों के फोन नंबर और आधार डेटा को उनकी तस्वीरों का उपयोग करके पता लगाया। इसके बाद उनके परिवार के सदस्यों से संपर्क किया गया।
रेलवे मंत्री ने हाल ही में किया था लॉन्च
संचार साथी ग्राहकों को उनके नाम पर जारी किए मोबाइल कनेक्शनों को जानने की परमीशन देता है। उनके गुमशुदा मोबाइल को ट्रैक कर ब्लॉक भी करता है। यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित पोर्टल हाल ही में रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा लॉन्च किया गया था।
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