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Odisha में आईवी ड्रिप लगाकर स्कूल पहुंचा टीचर, जानें क्या है पूरा मामला

Odisha News: टीचर प्रकाश भोई ने बताया कि जब वे DPC कार्यालय पहुंचे, तो वहां दोपहर 12 बजे के आसपास उनकी तबीयत और बिगड़ गई। उन्होंने अस्पताल जाने की अनुमति मांगी, लेकिन प्रिंसिपल ने उनकी सेहत की चिंता किए बिना पूछा कि क्या वे दोपहर 2 बजे तक वापस आ सकते हैं।

Author Edited By : Satyadev Kumar
Updated: Mar 8, 2025 22:11
Odisha teacher attended work with an IV drip
सांकेतिक तस्वीर।

Odisha News: ओडिशा के बलांगीर जिले से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। यहां एक शिक्षक को बीमार होने के बावजूद स्कूल आना पड़ा। शिक्षक प्रकाश भोई ने आरोप लगाया कि उन्हें छुट्टी देने से इनकार कर दिया गया, जिसके कारण उन्हें सलाइन चढ़वाकर स्कूल जाना पड़ा।

पीड़ित शिक्षक ने बताई यह बात

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, ओडिशा में एक शिक्षक को गंभीर रूप से अस्वस्थ होने के बावजूद स्कूल जाने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि उनके स्कूल के प्रिंसिपल ने छुट्टी के लिए बार-बार अनुरोध करने पर भी उन्हें मना कर दिया। बलांगीर के एक स्कूल में गणित के शिक्षक प्रकाश भोई ने आरोप लगाया कि उनके पास आईवी ड्रिप लगाकर स्कूल जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था।

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दादा के अंतिम संस्कार के बाद हुए थे अस्वस्थ

भैंसा आदर्श विद्यालय में गणित के शिक्षक प्रकाश भोई ने दावा किया कि वह अपने दादा के अंतिम संस्कार के बाद अस्वस्थ हो गए थे और उन्होंने अपनी प्रिंसिपल बिजयलक्ष्मी प्रधान से ठीक होने तक छुट्टी मांगी थी। लेकिन स्कूल की प्रभारी प्रिंसिपल बिजयलक्ष्मी प्रधान ने उनकी छुट्टी को मंजूरी नहीं दी और उन्हें जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) और DPC कार्यालय जाने का निर्देश दिया। भोई ने बताया कि जब वे DPC कार्यालय पहुंचे तो वहां दोपहर 12 बजे के आसपास उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। इसके बाद उन्होंने अस्पताल जाने की अनुमति मांगी, लेकिन प्रिंसिपल ने उनकी सेहत की चिंता किए बिना पूछा कि क्या वे दोपहर 2 बजे तक वापस आ सकते हैं।

‘बिना इलाज कराए मैं वापस स्कूल लौट आया’

भोई ने बताया कि सरकारी अस्पताल दूर था और मेरे पास निजी अस्पताल में जाने के लिए पैसे नहीं थे। उन्होंने बताया कि मेरा UPI भी काम नहीं कर रहा था। इसलिए बिना इलाज कराए मैं वापस स्कूल लौट आया और देर शाम तक काम किया। बार-बार अनुरोध करने के बावजूद मैडम ने मुझे जाने की अनुमति नहीं दी।

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स्वास्थ्य खराब होने के बाद भी नहीं मिली छुट्टी

भोई ने बताया कि रात में दवा लेने के बाद भी तबीयत ठीक नहीं हुई। उन्होंने फिर से प्रिंसिपल से छुट्टी की मांग की लेकिन उन्होंने मना कर दिया और कहा कि परीक्षा की तैयारी के लिए स्कूल आना जरूरी है। मजबूरी में उन्होंने डॉक्टर से सलाइन चढ़वाकर स्कूल जाने का फैसला किया क्योंकि उनकी तबीयत बहुत खराब थी। जब भोई स्कूल पहुंचे तो उनके सहकर्मियों ने उनकी हालत देखकर तुरंत उन्हें अस्पताल भेज दिया।

अधिकारियों ने जांच शुरू की

भोई ने आरोप लगाया कि यह पहली बार नहीं है जब उनके साथ ऐसा हुआ है। उन्होंने कहा कि अन्य शिक्षकों को आसानी से छुट्टी मिल जाती है लेकिन मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है। वहीं, इस बारे में पटनागढ़ प्रखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) प्रसाद माझी ने कहा कि संबंधित शिक्षक ने वरिष्ठ अधिकारी को कैजुअल लीव (CL) के लिए आवेदन दिया था। अब शिक्षक शिकायत कर रहा है कि उसे छुट्टी लेने की अनुमति नहीं दी गई। हम मामले की जांच कर रहे हैं और यदि संबंधित अधिकारी दोषी पाया जाता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

First published on: Mar 08, 2025 10:11 PM

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