Lok Sabha Election 2024 : देश में इस साल लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, इसे लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। केंद्र की सत्ता से एनडीए को हटाने के लिए विपक्षी दलों ने भले ही इंडिया गठबंधन बना लिया है, लेकिन उनके सामने कई चुनौतियां हैं। इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है, क्योंकि कई लोकसभा सीटों पर सिर्फ दो ही उम्मीदवार दिखेंगे। पहला प्रत्याशी एनडीए से तो दूसरा इंडिया गठबंधन से होगा। सीट शेयरिंग को लेकर इंडिया गठबंधन के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। साथ ही विपक्षी दलों ने एनडीए की हैट्रिक को रोकने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया है।
लोकसभा चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन ने अपना मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। इसके तहत एक सीट एक उम्मीदवार का फॉर्मूला तय किया गया है। इसे लेकर टीएमसी के सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने लेकर कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को हराने के लिए इंडिया गठबंधन को सभी जरूरी कदम उठाने चाहिए। सबसे पहले सीट शेयरिंग होनी चाहिए। अगर 400 सीटों पर 1:1 यानी एक उम्मीदवार एक सीट की लड़ाई होती है तो लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सीटें कम हो जाएंगी।
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#WATCH | On INDIA alliance, TMC MP Sudip Bandyopadhyay says, "It will be good if seat sharing happens as soon as possible. Seat sharing should be done on 400 seats. If there is a 1:1 fight on 400 seats then BJP's seats will go down." pic.twitter.com/UYrB58qkZp
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) January 1, 2024
#WATCH | On 2024 Lok Sabha elections, TMC MP Sudip Bandyopadhyay says, "To remove NDA govt and bring INDIA alliance to power, we should take all steps required. TMC will take all steps to win the 42 seats in West Bengal in the elections." pic.twitter.com/p5XacLkkDM
— ANI (@ANI) January 1, 2024
6 राज्यों की 230 सीटों पर पेंच फंसना तय
इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर पहल की जा रही है, लेकिन ये आसान नहीं है। देश के 9 राज्यों में सीटों का बंटवारा होना है। इन राज्यों में कुल 230 लोकसभा सीटें आती हैं। 6 राज्यों में सबसे ज्यादा पेंच फंसा हुआ है। उत्तर प्रदेश में 80, पश्चिम बंगाल में 42, बिहार में 40, महाराष्ट्र में 48, पंजाब में 13 और दिल्ली में 07 सीटों पर बंटवारा आसान नहीं है। गठबंधन के लिए इन राज्यों की कुल 230 सीटों पर बंटवारा करना सबसे बड़ी चुनौती है।
3 राज्यों में सीट शेयरिंग की राह आसान
कुछ राज्यों में सीट शेयरिंग की राह काफी आसान है। देश के तीन राज्य तमिलनाडु, केरल और झारखंड में कांग्रेस के लिए कोई चुनौती नहीं है। इन तीनों राज्यों में कुल 73 लोकसभा सीटें आती हैं। तमिलनाडु में 39, केरल में 20 और झारखंड में 14 लोकसभा सीटें हैं, जहां विपक्षी गठबंधन के लिए सीट शेयरिंग का रास्ता साफ है। इसी महीने तक गठबंधन में सीट शेयरिंग हो जाएगी और इसके बाद विपक्षी पार्टियां चुनाव की तैयारी में जुट जाएंगी।