नई दिल्ली: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोशीमठ को बचाने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। टेलीफोन पर हुई बातचीत में पीएम मोदी ने जोशीमठ के हालात का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में पूछा।
सीएम धामी ने दी जानकारी
धामी ने एक ट्वीट में कहा, “जोशीमठ की स्थिति का विश्लेषण किया जा रहा है। हम यह भी देखेंगे कि क्या अन्य पहाड़ी शहरों ने सहनशीलता की सीमा हासिल कर ली है।” इस बीच, प्रधान मंत्री कार्यालय उत्तराखंड के जोशीमठ में स्थिति का जायजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित करेगा। समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से अधिकारियों ने बताया कि पीएम के प्रधान सचिव पीके मिश्रा, कैबिनेट सचिव, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अधिकारी और राज्य सरकार बैठक का हिस्सा होंगे।
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मुख्यमंत्री ने बताया कि जिस दिन से यह घटना हुई है, वह रोज प्रधानमंत्री कार्यालय में बातकर अपेडेट दे रहे हैं। अब इस संबंध में प्रधानमंत्री के साथ डिटेल में बात हुई है। इसमें उन्होंने पूरी जानकारी दी गई है, मसलन कितना नुकसान हुआ, कितने लोग प्रभावित हुए और क्या राहत कार्य चल रहा है। इसके अलावा भविष्य की योजना के बारे में भी जानकारी दी है।
शनिवार को जोशीमठ पहुंचे थे धामी
सीएम धामी खुद शनिवार को जोशीमठ पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने एक कमेटी गठित करने का निर्देश दिया और राहत और बचाव कार्य के जानकारी ली।
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603 घरों में दरारें
जोशीमठ में पिछले कई दिनों से घरों, सड़कों में दरारें आ रही है। पूरा शहर धंस रहा है। यहां अब तक 603 घरों में दरारें आ चुकी हैं। इनमें 100 से ज्यादा घर ऐसे हैं, जो कभी भी ढह सकते हैं। प्रशासन क्षतिग्रस्त घरों की निशानदेही कर उसपर क्रास मार्क लगा रही है।
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