Who Is Jaya Thakur : चुनावी बॉन्ड्स की वैधता को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने आज फैसला सुना दिया। शीर्ष अदालत ने इस योजना को असंवैधानिक और इन्फॉरमेशन एक्ट का उल्लंघन करने वाला बताया है। इस फैसले ने भाजपा को तगड़ा झटका दिया है तो कांग्रेस को एक तरह से जीत दी है। दरअसल, चुनावी बॉन्ड्स की वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं में से एक कांग्रेस नेता जया ठाकुर ने दाखिल की थी। पढ़िए जया ठाकुर कौन हैं और उनका राजनीतिक करियर कैसा रहा है।
Supreme Court holds Electoral Bonds scheme is violative of Article 19(1)(a) and unconstitutional. Supreme Court strikes down Electoral Bonds scheme. Supreme Court says Electoral Bonds scheme has to be struck down as unconstitutional. https://t.co/T0X0RhXR1N pic.twitter.com/aMLKMM6p4M
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) February 15, 2024
पति हैं सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद जया ठाकुर ने कहा कि यह निर्णय पॉलिटिकल फंडिंग में पारदर्शिता लाएगा और लोगों के हित सुरक्षित करेगा। जया ठाकुर पेशे से डॉक्टर हैं और कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़ी रहने के साथ सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रही हैं। मध्य प्रदेश के सागर जिले की रहने वाली जया ठाकुर की शादी दमोह में हुई है। बता दें कि उनके पति वरुण ठाकुर सुप्रीम कोर्ट में वकालत करते हैं। चुनावी बॉन्ड्स के अलावा भी कई बड़े मामलों को वह सुप्रीम कोर्ट में उठा चुकी हैं।
सुप्रीम फैसले पर क्या बोलीं जया
चुनावी बॉन्ड्स से जुड़ी अपनी याचिका में उन्होंने कहा था कि पारदर्शिता लोकतंत्र में सबसे जरूरी है। जब चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी से उसकी पढ़ाई-लिखाई, संपत्ति, अपराध समेत कई तरह की जानकारी मांगी जाती है तो राजनीतिक दलों को इस तरह की राहत किसलिए दी जा रही है। राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले चंदे की जानकारी सार्वजनिक की जानी चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया जाता तो यह सूचना के अधिकार का उल्लंघन है। सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला हमारे लिए बड़ी जीत है।
#WATCH | On SC’s verdict on a batch of pleas challenging the legality of the electoral bonds scheme, Petitioner Jaya Thakur says, “Proceeding is underway & the court has not given a judgement yet. But the court said that it should be transparent. RTI is every citizen’s right.… pic.twitter.com/rVuey3RHnT
— ANI (@ANI) February 15, 2024
इन मामलों में भी उठाई आवाज
जया ठाकुर चुनावी बॉन्ड के मामले में याचिका डालने से पहले कई मामलों में सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे पर दस्तक दे चुकी हैं। इससे पहले उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्ति की नियुक्ति से संबंधित नियम, ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) आरक्षण और महिला आरक्षण के मामले में भी याचिका दायर कर चुकी हैं। उल्लेखनीय है कि उन्हीं की एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने हर स्कूल में मुफ्त सैनिटरी पैड बांटने और हर स्कूल में लड़कियों के लिए अलग टॉयलेट को लेकर केंद्र सरकार को सख्त निर्देश दिए थे।
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