Indian Airlines Plane Hijack: 24 दिसंबर 1999 को आज ही के दिन इंडियन एयरलाइंस के विमान आईसी 814 जो कि काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए उड़ा था। लेकिन भारत की सीमा में प्रवेश करने से पहले ही उसे 5 पाकिस्तानी आतंकियों ने पाकिस्तान सेना की सहायता से हाईजैक कर लिया।
फ्लाइट में 170 यात्रियों के अलावा 11 क्रू मेंबर भी सवार थे। आतंकियों ने प्लैन को हाईजैक करने के बाद पहले उसे अमृतसर ले गए इसके बाद लाहौर और आखिर में अफगानिस्तान के कंधार ले गए। आतंकियों की मांग थी कि 170 यात्रियों के बदले 200 आतंकियों को छोड़ने और 1488 करोड़ रुपये कैश दिए जाने की मांग की थी। भारत ने उनकी सभी मांगों को खारिज करते हुए केवल तीन आतंकियों मसूद अजहर, शेख अहमद उमर सईद और अहमद जरगर को रिहा किया था।
जेल से छूटने के बाद मसूद ने बनाया जैश-ए-मोहम्मद
जानकारी के अनुसार भारत से छूटने के बाद मसूद अजहर ने पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद नाम का आतंकी संगठन बनाया और उसका चीफ बन गया। इसके बाद उसने एक साथ भारत पर कई हमलों को अंजाम दिया। जैश ने इसके बाद कई हमलों को अंजाम दिया। भारतीय संसद, मुंबई और पठानकोट एयरबेस हमला और पुलवामा हमला शामिल है। वहीं मसूद अजहर को यूएन ने वैश्विक आतंकी घोषित कर रखा है।
विमान में मौजूद थे पाक सेना और ISI केे अधिकारी
भारत के मुख्य सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बताया कि जब वे आंतकियों से बातचीत करने के लिए कंधार पहुंचे तो उन्होंने देखा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के दो लोग पहले से प्लेन में मौजूद थे। इसके बाद पाकिस्तानी सेना के 2 अफसर भी प्लेन में थे। इतना ही जब ये प्लेन हाईजैक किया गया उस समय अफगानिस्तान में तालिबान का शासन था। तालिबान के लड़ाकों ने प्लेन को चारों ओर से सुरक्षा दे रखी थी ताकि भारत के किसी भी सैन्य हमले से निपटा जा सके।