अहमदाबाद: वडोदरा शहर में SIR कार्य के दौरान एक महिला सहायक कर्मचारी की अचानक तबीयत बिगड़ने से अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. इस घटना ने प्रशासनिक कर्मचारियों में शोक और असंतोष की लहर दौड़ा दी है.
सयाजीगंज स्थित प्रताप विद्यालय में मतदाता सूची के लिए फॉर्म चेकिंग का काम चल रहा था. उसी दौरान BLO वैशालीबेन पटेल की सहायक के तौर पर ड्यूटी कर रहीं उषाबेन सोलंकी अचानक बेहोश होकर जमीन पर गिर गईं.
घटना से वहां मौजूद अन्य कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई.प्राप्त जानकारी के मुताबिक, गोरवा ITI में सेवायुक्त उषाबेन SIR कार्य के लिए अस्थायी सहायक के रूप में नियुक्त थीं. तेज़ धूप, लगातार खड़े रहकर काम करने और लगातार बढ़ते दबाव के बीच अचानक उन्हें चक्कर आ गया, जिससे वे गिर पड़ीं. सहकर्मियों ने तुरंत प्राथमिक इलाज करने की कोशिश की, लेकिन हालात में सुधार न होने पर पहले उन्हें रिक्शा से नजदीक के चिकित्सा स्थल पहुंचाया गया, फिर 108 एम्बुलेंस से सयाजी अस्पताल ले जाया गया.
डॉक्टरों के उन्हें बचाने की तमाम कोशिशों के बावजूद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. जैसे ही यह दुखद समाचार घरवालों को मिला, वे तुरंत अस्पताल पहुंचे और वहां शोक की लहर छा गई.
हाल के दिनों में SIR और BLO कार्यों के दौरान कर्मचारियों पर बढ़ते कार्यभार की वजह से ऐसी घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं. राज्य के कई हिस्सों में BLO और सहायक कर्मचारियों को अत्यधिक जिम्मेदारियां, लंबे समय तक ड्यूटी और पर्याप्त आराम न मिलने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं सामने आ रही हैं. वडोदरा में भी पिछले कुछ दिनों में ऐसी कई घटनाओं ने प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए है .
उषाबेन सोलंकी की अचानक मौत से प्रशासनिक कर्मचारियों में न सिर्फ शोक, बल्कि असंतोष भी व्याप्त है. सहकर्मियों की मांग है कि SIR कार्य के दौरान सरकार और विभागों को कर्मचारियों के लिए पर्याप्त सुविधाएं, स्वास्थ्य सुरक्षा और मानवीय कार्य प्रणाली अपनानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके.










