(कुमार गौरव, नई दिल्ली)
इस साल 4 जून से 9 जून 2025 के बीच हज यात्रा शुरू होने की संभावना है। हालांकि, यह चांद दिखने पर निर्भर करता है, जो इस्लामी कैलेंडर के आखिरी महीने, जिल-हज्ज की शुरुआत का संकेत देता है। भारत सरकार ने हज यात्रा को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय (MoMA) ने बताया कि भारत का हज कोटा 2014 के 1,36,020 से बढ़कर 2025 में 1,75,025 तक बढ़ा दिया है। यह कोटा हर साल सऊदी अरब सरकार द्वारा तय किया जाता है।
मिलेंगी ये व्यवस्थाएं
वर्ष 2025 के लिए भारत से 1,75,025 लोगों को हज यात्रा पर जाने की अनुमति मिली है। इनमें से 1,22,518 तीर्थयात्रियों के लिए हज कमेटी ऑफ इंडिया के माध्यम से व्यवस्थाएं दी जा रही हैं, जिसमें उड़ानें, परिवहन, मीना कैंप, आवास और अन्य सेवाएं शामिल हैं। ये सभी तैयारियां सऊदी दिशा-निर्देशों के अनुसार समय पर पूरी कर ली गई थीं।
प्राइवेट टूर ऑपरेटरों की लापरवाही से संकट
बचा हुआ कोटा पारंपरिक रूप से प्राइवेट टूर ऑपरेटरों को दिया गया था। मंत्रालय ने 800 से अधिक ऑपरेटरों को मिलाकर 26 संयुक्त हज ग्रुप ऑपरेटर्स (CHGOs) में विभाजित किया और उन्हें समय रहते कोटा आवंटित कर दिया था। हालांकि, ये CHGOs सऊदी की तय समयसीमा तक आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे मीना कैंप, आवास और परिवहन की अनुबंध प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाए।
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भारत सरकार की सऊदी से बातचीत
इस स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने उच्च स्तर पर सऊदी अरब के अधिकारियों से संपर्क साधा। गर्म मौसम और सीमित स्थान को देखते हुए सऊदी हज मंत्रालय ने सुरक्षा कारणों से चिंता व्यक्त की और बताया कि मीना का स्थान पहले ही भर चुका है और किसी भी देश को डेडलाइन के बाद विस्तार की अनुमति नहीं दी जाएगी।
फिर भी भारत सरकार के प्रयासों के चलते सऊदी हज मंत्रालय ने 10,000 अतिरिक्त तीर्थयात्रियों के लिए हज (नुसुक) पोर्टल दोबारा खोलने पर सहमति जताई, जो कि मौजूदा उपलब्धता के आधार पर संभव हुआ।
क्या है हज यात्रा?
हज एक पवित्र यात्रा होती है, जो मुसलमानों द्वारा की जाती है। हर मुसलमान का सपना यहां जाने का होता है कि वह कम से कम एकबार हज जरूर कर सके। हज को इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक माना जाता है। इस वर्ष हज ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, 4 जून से 9 जून 2025 के बीच शुरू हो सकता है। दरअसल, हज की शुरुआत भी चांद दिखने पर भी निर्भर करती है।
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