Gujarat News: (ठाकुर भूपेंद्र सिंह) गुजरात में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। गुजरात सरकार के गृह विभाग ने आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया को हेड कांस्टेबल के पद पर प्रमोशन दे दिया, जबकि गोपाल इटलिया ने 2015 में पुलिस कांस्टेबल की नौकरी छोड़ दी थी। इसके बाद भी विभाग की ओर से जारी कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल पद पर पदोन्नति की सूची कल घोषित की गई, जिसमें गोपाल इटालिया का नाम भी शामिल है। इससे न सिर्फ पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया, बल्कि इस मामले को लेकर गोपाल इटालिया ने गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी को निशाने पर भी लिया। सोशल मीडिया पर गोपाल इटालिया की एक्स पोस्ट वायरल हो गई है।
આઠ પાસ હર્ષ સંઘવીનો કાલાજાદુ
---विज्ञापन---વર્ષ-૨૦૧૫ માં ગુજરાત પોલીસમાંથી મેં રાજીનામું આપ્યું હોવા છતાંય વર્ષ-૨૦૨૪ માં કોન્સ્ટેબલથી હેડકોન્સ્ટેબલના પ્રમોશન લિસ્ટમાં ક્રમ નંબર-૭૨૬ પર મારું નામ સામેલ કરીને મને હેડકોન્સ્ટેબલનું પ્રમોશન આપવા બદલ આઠ પાસ ગૃહમંત્રી હર્ષ સંઘવીનો આભાર માનું છું. pic.twitter.com/Av7xFkTlle
— Gopal Italia (@Gopal_Italia) September 3, 2024
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क्या है पूरा मामला?
गृह विभाग की चूक पर इटालिया ने हर्ष संघवी का काला जादू कहकर तंज कसा है। बता दें कि अहमदाबाद सिटी पुलिस द्वारा कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल के पद पर पदोन्नति की सूची कल घोषित की गई। इसमें गोपाल इटालिया का नाम भी शामिल है। अब सवाल यह है कि अगर इस्तीफा देने के बाद भी इतने सालों तक गोपाल इटालिया का नाम पुलिस सूची में है तो क्या गोपाल इटालिया के नाम पर इतने सालों तक किसी ने सैलरी ली है? इटालिया ने इस सूची को एक्स पर साझा किया है। इसमें गोपाल इटालिया का नाम अहमदाबाद पुलिस के संयुक्त आयुक्त क्रमांक 726 पेज नंबर 21 कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल की पदोन्नति सूची में ऊपर लिखा है।
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कौन हैं गोपाल इटालिया?
गुजरात पुलिस की तरफ से इस बारे में अभी तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। राज्य में भूतिया (सिर्फ कागज पर) शिक्षकों को लेकर विपक्ष पहले से ही सरकार पर हमलावर है। अब गृह विभाग की इस चूक ने आम आदमी पार्टी को निशाना साधने का मौका दे दिया है। गोपाल इटालिया गुजरात में कांस्टेबल और क्लर्क की नौकरियां करने के बाद राजनीति में आए हैं। वह काफी समय तक आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। अब वह महाराष्ट्र में आम आदमी पार्टी के प्रभारी हैं। इटालिया ने सूरत की एक विधानसभा सीट से 2022 में चुनाव भी लड़ा था, हालांकि वह वीनू मोरडिया के सामने हार गए थे। इटालिया की अगुवाई में ही ‘आप’ ने गुजरात में 5 सीटें जीती थीं।
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