भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर डॉ. बीडी मिश्रा (सेवानिवृत्त) का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। साथ ही, राष्ट्रपति ने दो राज्यों में नए राज्यपाल और लद्दाख में नए उपराज्यपाल की नियुक्तियां की हैं। प्रोफेसर असीम कुमार घोष अब हरियाणा के नए राज्यपाल होंगे। साथ ही गोवा में पुसापति अशोक गजपति राजू को राज्यपाल बनाकर भेजा गया है। वहीं, कविंद्र गुप्ता को लद्दाख के उपराज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया है। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से इनकी नियुक्ति की जानकारी दी है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अजय कुमार सिंह की ओर से इसकी अधिसूचना जारी की गई है।
जिन नए राज्यपालों और उपराज्यपाल की नियुक्तियां की गई हैं उनके नाम इस प्रकार हैं:-
- प्रोफेसर असीम कुमार घोष को हरियाणा के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया है।
- पुसापति अशोक गजपति राजू को गोवा के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया है।
- कविंद्र गुप्ता को लद्दाख के उपराज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया है।
कौन हैं प्रोफेसर असीम कुमार घोष?
प्रोफेसर असीम घोष को हरियाणा के नए राज्यपाल की जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले बंडारू दत्तात्रेय हरियाणा के राज्यपाल थे। असीम कुमार घोष बंडारू दत्तात्रेय की जगह लेंगे। असीम घोष पश्चिम बंगाल के हावड़ा के रहने वाले हैं। वे पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं और भाजपा की टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं। प्रो. आसिम घोष एक वरिष्ठ नेता, शिक्षाविद हैं। 1944 में हावड़ा में जन्मे घोष कोलकाता के विद्यासागर कॉलेज से राजनीति विज्ञान में ग्रेजुएट हैं। वे कई सालों तक राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर रहे हैं। उन्होंने 1991 में भाजपा का दामन थामा था और 1999 से 2002 तक पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष रहे। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने राज्य में पार्टी की जमीनी स्तर पर उपस्थिति बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
ये भी पढ़ें:- निमिषा प्रिया के फांसी टलने की ‘सुप्रीम’ उम्मीदें खत्म, कूटनीतिक प्रयास जारी रखेगी सरकार
कौन हैं लद्दाख के नए LG कविंद्र गुप्ता?
कविंद्र गुप्ता जम्मू-कश्मीर भाजपा के बड़े नेता रहे हैं और उप-मुख्यमंत्री के तौर पर भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। अब उन्हें उप-राज्यपाल बनाकर लद्दाख भेजा गया है। लद्दाख 2019 से पहले जम्मू-कश्मीर का ही हिस्सा हुआ करता था। कविंद्र गुप्ता को लद्दाख की राजनीति, संस्कृति और अन्य चीजों के बारे में अच्छी जानकारी है। ऐसे में उन्हें लद्दाख में एलजी पद के लिए उपयुक्त माना जा रहा है। कविंद्र गुप्ता दशकों से भाजपा के समर्पित नेता रहे हैं। उनका राजनीतिक जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ाव के साथ शुरू हुआ था। कविंद्र गुप्ता जम्मू नगर निगम के तीन बार महापौर रह चुके हैं। इसके बाद वे 2014 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में गांधीनगर सीट से विधायक चुने गए और विधानसभा के स्पीकर बने। इसके बाद 2018 में उन्हें जम्मू-कश्मीर का उपमुख्यमंत्री बनाया गया। हालांकि, उनका कार्यकाल लंबा नहीं चला क्योंकि गठबंधन की सरकार कुछ ही समय बाद टूट गई। उनकी छवि एक अनुशासित, संगठन-निष्ठ और जमीन से जुड़े नेता की रही है।
कौन हैं गोवा के नए गवर्नर गजपति राजू?
गजपति राजू तेलुगु देशम पार्टी के नेता रहे चुके हैं और अब गोवा में राज्यपाल के तौर पर काम देखेंगे। ऐसा पहली बार है जब मोदी सरकार में शामिल किसी गठबंधन सहयोगी के नेता को राज्यपाल के तौर पर जिम्मेदारी दी गई है। अशोक गजपति राजू नरेंद्र मोदी सरकार में पूर्व केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री रह चुके हैं। अशोक गजपति राजू का जन्म आंध्र प्रदेश के विजयनगरम के शाही पुसापति परिवार में 26 जून 1951 को हुआ था। 7 बार विधायक रहे गजपति राजू राज्य और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर पद संभाल चुके हैं। 2014 में विजयनगरम लोकसभा सीट जीतने के बाद उन्होंने पहली बार मोदी कैबिनेट में लगभग चार वर्षों तक केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के रूप में कार्य किया। इसके बाद आंध्र प्रदेश के विशेष दर्जे को लेकर हुए विवाद के कारण उन्होंने 8 मार्च 2018 को इस्तीफा दे दिया था।
ये भी पढ़ें:- जस्टिस यशवंत वर्मा को हटाने की प्रकिया शुरू, विपक्ष का साथ क्यों चाहती है सरकार?