श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को एक सार्वजनिक सभा को आगाह किया कि राजनेता धार्मिक विभाजन पैदा करके पार्टी को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।
अब्दुल्ला ने कहा कि वे (भाजपा) चुनाव के दौरान ‘हिंदू खतरे में हैं’ का बहुत उपयोग करेंगे… लेकिन मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप इसका शिकार न हों।” जम्मू-कश्मीर के अखनूर जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने जोर देकर कहा, “कोई भी धर्म बुरा नहीं है, यह इंसान हैं जो भ्रष्ट हैं।”
"भगवान राम सिर्फ़ हिंदुओं के नहीं हैं, वे पुरी दुनिया के भगवान है"
◆ NC के नेता फारूक अब्दुल्ला pic.twitter.com/hXY7V3vNn3
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नेशनल कांफ्रेंस ने कभी पाकिस्तान का पक्ष नहीं लिया: अब्दुल्ला
नेशनल कांफ्रेंस सुप्रीमो ने कहा कि लगातार आरोपों के विपरीत उन्होंने कभी भी पाकिस्तान से हाथ नहीं मिलाया। उन्होंने कहा, ‘नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) ने कभी पाकिस्तान का पक्ष नहीं लिया… जिन्ना मेरे पिता से मिलने आए थे, लेकिन हमने उनसे हाथ मिलाने से इनकार कर दिया।’
अब्दुल्ला ने केंद्र पर यह दावा करते हुए कहा कि उन्होंने (भाजपा) केंद्र शासित प्रदेश में अपने वादे पूरे नहीं किए। हमें यहां 50,000 नौकरियों का वादा किया गया था, वे कहां हैं? हमारे डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और हमारे बच्चे सभी बेरोजगार हैं। यह एक राज्यपाल द्वारा नहीं किया जा सकता है, आप उन्हें (राज्यपाल) जवाबदेह नहीं ठहरा सकते।
"वो चुनाव में कहेंगे कि हिंदू खतरे में है"
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जम्मू-कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल करने की वकालत की
जम्मू-कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल करने की वकालत करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि वह समय दूर नहीं जब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख एक बार फिर से एक हो जाएंगे। बता दें क 2019 के अगस्त में केंद्र सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था और इसे जम्मू और कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था।