विमल कौशिक, नई दिल्ली: दिल्ली में खाकी पर बड़ा दाग लगा है। ये दाग एक सेल्स टैक्स एजेंट के अपहरण का है। दरअसल शाहदरा इलाके के जीटीबी एंक्लेव में दिल्ली पुलिस के तीन जवानों ने एक सेल्स टैक्स एजेंट को अगवा कर लिया। इसके बाद उससे करीब डेढ़ लाख रुपये की वसूली कर ली। इस दौरान पुलिसकर्मी लगातार पीड़ित को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देते रहे। पैसे वसूलने के बाद आरोपियों ने टैक्स एजेंट को छोड़ दिया।
दो सिपाही गिरफ्तार, एक की तलाश
शनिवार को पीड़ित ने जीटीबी एंक्लेव थाने में मामले की शिकायत दी। जांच के बाद पुलिस ने एजेंट की शिकायत पर किडनेपिंग कम रैनसम का मामला दर्ज कर लिया। जांच के बाद पुलिस ने सीमापुरी थाने के दो सिपाही संदीप व रॉबिन और एक अन्य वाहिद को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दिल्ली पुलिस के ही एक अन्य सिपाही अमित और सीमापुरी के एक बदमाश गौरव उर्फ अन्ना की पुलिस को तलाश है।
नीचे उतरते ही शुरू कर दी पिटाई
जानकारी के अनुसार, पीड़ित सेल्स टैक्स एजेंट 11 अक्टूबर की रात को अपनी कार से घर लौट रहे थे। जैसे ही उनकी कार शाहदरा फ्लाईओवर से नीचे उतरी तो एक सफेद रंग की कार ने उनकी कार को ओवरटेक कर रोक लिया। उसमें तीन लोग सवार थे। नीचे उतरते ही तीनों ने उनकी पिटाई कर अपनी कार की पिछली सीट पर बैठा लिया। आरोपियों ने उसको कहा कि वो क्राइम ब्रांच से हैं। एक आरोपी ने छाती पर पिस्टल लगाकर उसकी जेब में रखे 35 हजार रुपये निकाल लिये। आरोपियों ने पीड़ित को छोड़ने के लिए पांच लाख की मांग की। रुपये न देने पर उसे बंद करने की धमकी दी। आरोप है कि इसके बाद पीड़ित को शाहदरा जिले के स्पेशल स्टाफ के दफ्तर लेकर गए।
कार में दोबारा बैठकर बंद करने की धमकी दी
स्पेशल स्टाफ के दफ्तर में किसी अफसर से बातचीत कर दोबारा कार में बैठा लिया। उनसे कहा कि साहब ने उसे बंद करने के लिए कहा है। मेडिकल कराने की बात कर पीड़ित को जीटीबी अस्पताल की सर्विस लेन पर लेकर गए। वहां उन्हें डराया और धमकाया। इसके बाद पीड़ित आरोपियों को अपने घर लेकर गए। वहां आरोपियों को 50 हजार रुपये दिए। इसके बाद पीड़ित ने करीब 70 हजार रुपए अपने दोस्त से गौरव उर्फ अन्ना नामक बदमाश की पत्नी के खाते में ट्रांसफर करवाए। बाद में पीड़ित को छोड़ दिया गया।
जीटीबी थाने में मामला दर्ज
घटना की जानकारी जब वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आई तो अपने ही महकमे के इन अपराधियों के खिलाफ करवाई की गई। शाहदरा के डीसीपी आर.सत्यसुंदरम को जब घटना का पता चला तो उन्होंने बयान लेकर पीड़ित की शिकायत पर जीटीबी थाने में मामला दर्ज करवाया। इसके बाद दो पुलिस समेत तीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जांच के दौरान पता चला कि इस पूरी साजिश को छठी बटालियन में तैनात सिपाही अमित ने रचा था। वाहिद की कार का इस्तेमाल हुआ। वहीं गौरव भी इस वारदात में शामिल हुआ। एक अन्य पुलिस कर्मी के शामिल होने की बात सामने आ रही है। फिलहाल पुलिस इसकी जांच कर रही है।