Who Is Buying Dawood Ibrahim’s Properties : अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की चार संपत्तियों की शुक्रवार को नीलामी हुई। इनमें से दो पर कोई बोली नहीं लगी जबकि महज 15,000 रुपये के बेस प्राइस वाली एक संपत्ति दो करोड़ रुपये में बिकी। दाऊद भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी है और माना जाता है कि वह कराची में रह रहा है।
#UPDATE | Auction for four properties of Dawood Ibrahim has concluded.
---विज्ञापन---Successful bidders for two of the properties quoted an amount of Rs 2.01 Crores and 3.28 Lakhs respectively. Two other properties remained unsold. https://t.co/wK9zvACl8r
— ANI (@ANI) January 5, 2024
---विज्ञापन---
दो करोड़ रुपये में दाऊद का प्लॉट खरीदने वाले शख्स का कहना है कि उसने इतना पैसा सर्वे नंबर के चलते खर्च किया। इसके अलावा यह राशि अंक ज्योतिष के हिसाब से उसे फायदा पहुंचाएगी। खरीदार का इरादा इस जमीन पर एक सनातन स्कूल खोलने का है। इस शख्स का नाम है अजय श्रीवास्तव जो पेशे से वकील हैं। पहले वह शिवसेना के नेता थे।
श्रीवास्तव ने कहा कि मैं एक सनातनी हिंदू हूं और अपने पंडित जी की बात मानता हूं। प्लॉट के सर्वे नंबर और राशि में एक संख्या है जो अंक ज्योतिष के अनुसार मेरे हित में है। उन्होंने आगे कहा कि मैंने एक सनातन धर्म पाठशाला ट्रस्ट बनाया है। जब यह रजिस्टर हो जाएगा तो मैं इस जमीन पर एक सनातन स्कूल की शुरुआत करूंगा।
दाऊद के बचपन का घर भी खरीदा
एक खास बात यह है कि यह दाऊद की पहली संपत्ति नहीं है जो श्रीवास्तव ने खरीदी है। इससे पहले भी वह ऐसा कर चुके हैं। दाऊद की संपत्तियों की पहली नीलामी साल 2000 में हुई थी। लेकिन तब बोली लगाने के लिए कोई खड़ा नहीं हुआ था। इसके बाद मार्च 2001 में हुई नीलामी में अजय श्रीवास्तव बोली लगाने वाले इकलौते शख्स थे।
तब उन्होंने मुंबई के नागपाड़ा में स्थित दाऊद के मालिकाना हक वाली दो दुकानें खरीदी थीं। हालांकि, श्रीवास्तव को उन दुकानों का मालिकाना हक अभी तक नहीं मिल पाया है। साल 2011 में मुंबई की एक अदालतने श्रीवास्तव के हक में फैसला सुनाया था। लेकिन दाऊद की बहन हसीना पार्कर के बच्चों ने इसे बॉम्बे हाईकोर्ट में चुनौती दी थी।
इसके बाद साल 2020 में हुई नीलामी में श्रीवास्तव ने दाऊद के बचपन के घर को खरीदा था। यह घर मुंबाके गांव में है जहां दाऊद का जन्म हुआ था। लेकिन दस्तावेजों में कुछ गड़बड़ी के चलते इस बंगले का बैनामा भी उन्हें अब तक नहीं मिल पाया है। अब ये गलतियां सुधार ली गई हैं और उम्मीद है कि यह बंगला जल्द ही अजय श्रीवास्तव को मिल जाएगा।
ये भी पढ़ें: उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया की तरफ दागे 200 गोले
ये भी पढ़ें: AI करेगा कोरोना के खतरनाक वैरिएंट्स की भविष्यवाणी!
ये भी पढ़ें: 26 जनवरी से पहले इंडियन म्यूजियम उड़ाने की धमकी