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‘चांद के मालिक नहीं PM मोदी…’, भड़के राशिद अल्वी ने पूछा- लैंडिंग पॉइंट का नाम शिवशक्ति कैसे रख दिया?

Chandrayaan-3 Mission Updates Rashid Alvi on Shiv Shakti Landing Point: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को ग्रीस से भारत लौटे तो सीधे बेंगलुरु पहुंचकर इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) के वैज्ञानिकों से मुलाकात की। इस दौरान वे भावुक हो उठे। कई ऐलान भी किए। उन्होंने कहा कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर जिस जगह लैंडर विक्रम […]

Edited By : Bhola Sharma | Updated: Aug 26, 2023 17:16
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Rashid Alvi

Chandrayaan-3 Mission Updates Rashid Alvi on Shiv Shakti Landing Point: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को ग्रीस से भारत लौटे तो सीधे बेंगलुरु पहुंचकर इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) के वैज्ञानिकों से मुलाकात की। इस दौरान वे भावुक हो उठे। कई ऐलान भी किए। उन्होंने कहा कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर जिस जगह लैंडर विक्रम लैंड हुआ है, वह शिव शक्ति के नाम से जाना जाएगा।

लैंडिंग पॉइंट का नाम शिव शक्ति रखे जाने से कांग्रेस नेता राशिद अल्वी भड़क गए। उन्होंने एक निजी चैनल पर कहा कि लैंडिंग पॉइंट का नाम शिव शक्ति पॉइंट रखना हास्यास्पद है। पीएम मोदी को चंद्रमा की सतह का नामकरण करने का अधिकार नहीं है। पूरी दुनिया हम पर हंसेगी। पीएम मोदी चांद के मालिक नहीं हैं। हम चंद्रमा पर पहुंचे, यह बहुत अच्छा है। हमें इस गर्व भी है। लेकिन हम चांद के मालिक नहीं है।

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जवाहर लाल नेहरू से कोई मुकाबला नहीं

राशिद अल्वी से सवाल पूछा गया कि 2008 में जब चंद्रयान-1 ने चंद्रमा पर लैंडिंग की तो उस जगह को जवाहर पॉइंट रखा गया था? पीएम मोदी ने इस पॉइंट का नाम अपने नाम पर या किसी अन्य नेता के नाम पर नहीं रखा? इसके जवाब में राशिद अल्वी ने कहा कि जवाहर लाल नेहरू का कोई मुकाबला नहीं कर सकता है। इसरो आज जो कुछ भी है, वह नेहरू की बदौलत है। 1962 में विक्रम साराभाई और पंडित नेहरू ने इसरो की स्थापना की थी। लेकिन अब पीएम मोदी जी राजनीति कर रहे हैं।

भाजपा ने कांग्रेस पर किया तीखा पलटवार

राशिद अल्वी के बयान पर भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पलटवार किया है। पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस अपने हिंदू विरोधी चरित्र को दिखा रही है। यह वही पार्टी है, जिसने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया था। राम मंदिर का विरोध किया, हिंदुओं को गाली दी। दोनों नाम शिव शक्ति पॉइंट और तिरंगा पॉइंट देश से जुड़े हैं। राशिद अल्वी को यह हास्यास्पद क्यों लगता है? विक्रम लैंडर का नाम भी विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है। इनके नेता खुद को जनेऊधारी कहते हैं। कांग्रेस का सिद्धांत ही पहले परिवार है। ये केवल गांधी परिवार, जवाहरलाल नेहरू की प्रशंसा करेंगे।

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कहां है जवाहर पॉइंट?

चंद्रमा पर शेकलटन क्रेटर के क्षेत्र को जवाहर पॉइंट के नाम से जाना जाता है। इस जगह इसरो का मून इंपैक्ट प्रोब (MIP) दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। तारीख 14 नवंबर और साल 2008 था। 14 नवंबर को देश के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू को जन्मदिन मनाया जाता है। इसलिए तत्कालीन यूपीए सरकार ने इस पॉइंट का नाम जवाहर स्थल रखा था।

तिरंगा प्वाइंट क्या है?

पीएम मोदी शनिवार को बेंगलुरु में तीन घोषणाएं कीं-

  1. चंद्रयान 3 के टचडाउन पॉइंट को शिव शक्ति पॉइंट के रूप में जाना जाएगा।
  2. चंद्रयान 2 के टचडाउन पॉइंट को तिरंगा पॉइंट के नाम से जाना जाएगा।
  3. 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

यह भी पढ़ें: चंद्रमा पर 10 घंटे के लिए लापता हुआ रोवर, ISRO ने फिर ऐसे खोजा, अभी भी 4 बड़ी चुनौतियां

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Edited By

Bhola Sharma

First published on: Aug 26, 2023 05:16 PM

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