भारत-पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच चंडीगढ़ प्रशासन ने शहर के नौजवानों से देश सेवा में जुड़ने की भावुक अपील की है। प्रशासन ने 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को सिविल डिफेंस वॉलंटियर (यानी मदद करने वाले स्वयंसेवक) बनने के लिए बुलाया है। इसका मकसद यह है कि अगर कोई आपात स्थिति आ जाए तो लोग एक-दूसरे की मदद कर सकें। चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नर ने कहा है कि सभी युवा आगे आएं और इस मुहिम का हिस्सा बनें। उन्होंने कहा, “जब देश को जरूरत हो, उस समय मदद करना ही सच्ची देशभक्ति होती है।”
प्रशिक्षण शिविर की जानकारी
इस उद्देश्य से चंडीगढ़ प्रशासन 10 मई को एक खास सिविल डिफेंस कैंप लगा रहा है। यह कैंप सुबह 10:30 बजे से टैगोर थिएटर, चंडीगढ़ में शुरू होगा। इसमें हिस्सा लेने के लिए कोई फीस नहीं ली जाएगी। जो युवा इसमें भाग लेना चाहते हैं, उन्हें बस समय पर पहुंच कर अपना नाम लिखवाना होगा। इस कैंप में सिखाया जाएगा कि किसी आपात स्थिति में लोगों की कैसे मदद की जाए। यह सबक आम लोगों को सुरक्षित रखने के लिए बहुत जरूरी हैं।
आपातकाल में निभाएंगे अहम भूमिका
सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स का मुख्य उद्देश्य आपदा की स्थिति में प्रशासन की सहायता करना होता है। चंडीगढ़ प्रशासन का मानना है कि अगर हर नागरिक को बुनियादी प्रशिक्षण दे दिया जाए, तो किसी भी संकट का सामना सामूहिक रूप से किया जा सकता है। इससे न केवल जान-माल की हानि कम होगी, बल्कि नागरिकों में सहयोग और जागरूकता भी बढ़ेगी।
युवाओं के लिए सुनहरा मौका
चंडीगढ़ के युवाओं को यह एक सुनहरा अवसर माना जा रहा है। यह प्रशिक्षण उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगा, सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना बढ़ाएगा और उन्हें राष्ट्र सेवा से जोड़ने का माध्यम बनेगा। प्रशासन ने यह भी कहा है कि भविष्य में ऐसे वॉलंटियर्स को विशेष पहचान और प्रोत्साहन भी मिलेगा। जो युवा राष्ट्र सेवा में योगदान देना चाहते हैं, उन्हें इस शिविर में अवश्य भाग लेना चाहिए और देश की मदद करने के लिए तैयार रहना चाहिए।