‘ऑपरेशन सिंदूर’ के चलते भारत-पाकिस्तान सीमा पर जारी तनाव के बीच शुक्रवार को केंद्र सरकार के 5 मंत्रालयों में उच्चस्तरीय बैठकों का दौर देखने को मिला। इन बैठकों में सुरक्षा, स्वास्थ्य, खाद्य आपूर्ति और वित्तीय सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों की व्यापक समीक्षा की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सभी संबंधित मंत्रालयों के सचिवों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
रक्षा मंत्रालय की बैठक: ऑपरेशन सिंदूर पर मंथन
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दक्षिण ब्लॉक में सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान के साथ बैठक की। इसमें पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकी गतिविधियों और ऑपरेशन सिंदूर की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में आगे की रणनीति और सैन्य समन्वय को लेकर महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
गृह मंत्रालय की बैठक: सीमा और आंतरिक सुरक्षा की समीक्षा
गृह मंत्री अमित शाह ने BSF, CISF के महानिदेशकों, खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में सीमा पर पाकिस्तान की बढ़ती गतिविधियों, नागरिक सुरक्षा, और देश के महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की गई। विशेष ध्यान आंतरिक सुरक्षा और आतंकवादी नेटवर्क पर प्रहार पर रहा।
स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक: आपात स्थिति के लिए तैयारियां
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने स्वास्थ्य एवं फार्मा विभाग के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में अस्पतालों की तैयारियों, आपातकालीन दवाओं की उपलब्धता और कोविड-जनित बुनियादी ढांचे की मजबूती पर फोकस रहा। मंत्रालय ने सभी राज्यों से स्टॉक और मेडिकल संसाधनों की रिपोर्ट मांगी है।
वित्त मंत्रालय की बैठक: साइबर सुरक्षा पर फोकस
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज शाम एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करेंगी, जिसमें बैंकों और वित्तीय संस्थानों की साइबर सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। बैठक में यह आकलन किया जाएगा कि साइबर हमलों की स्थिति में कैसे त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके।
कृषि मंत्रालय की बैठक: खाद्य आपूर्ति की समीक्षा
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खाद्यान्न और अन्न भंडारण से संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर अनाज की उपलब्धता, वितरण व्यवस्था और आपूर्ति श्रृंखला की समीक्षा की। यह बैठक आपातकालीन स्थिति में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई।
कल हुई थी प्रधानमंत्री की समन्वय बैठक
इन बैठकों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के सचिवों के साथ एक उच्चस्तरीय समन्वय बैठक भी की। इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा, नागरिक आपूर्ति और प्रशासनिक समन्वय की समीक्षा की गई, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर विभाग एकीकृत प्रतिक्रिया प्रणाली के तहत कार्य करे।
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देश इस समय एक चुनौतीपूर्ण सुरक्षा स्थिति से गुजर रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार द्वारा लिए जा रहे त्वरित और समन्वित फैसले न केवल सुरक्षा तंत्र को मजबूत करते हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि भारत हर मोर्चे पर तैयार है—चाहे वो सीमा की रक्षा हो, नागरिक सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाएँ या साइबर मोर्चा।