BJP Legislature Party Meeting Rajasthan Madhya Pradesh Chhattisgarh: मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की बड़ी जीत के बाद अब मुख्यमंत्री और कैबिनेट को लेकर चर्चा शु्रू हो गई है। तीन राज्यों में सीएम पद को लेकर भी सस्पेंस बरकरार है। हालांकि अब इस पर जल्द ही पर्दा उठ जाएगा। तीनों राज्यों में विधायक दल की बैठक की तारीख सामने आ गई है।
जानकारी के अनुसार, छत्तीसगढ़ के विधायक दल की मीटिंग रविवार 9 दिसंबर को होगी, जबकि राजस्थान और मध्य प्रदेश के विधायक दल की मीटिंग सोमवार 10 दिसंबर को होगी। संभव है कि इसी दिन सीएम के नाम का ऐलान हो जाएगा। मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर विधायक दल की बैठक में ही लगती है।
हालांकि कहा जा रहा है कि बीजेपी नेतृत्व तीन राज्यों में लोकसभा चुनाव से पहले नया चेहरा चाहता है। यानी पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, शिवराज सिंह चौहान और रमन सिंह से इतर नए चेहरे तलाशे जा रहे हैं।
पर्यवेक्षकों के नाम का ऐलान
शुक्रवार को बीजेपी ने तीन राज्यों के लिए पर्यवेक्षकों के नाम का ऐलान कर दिया। राजस्थान के पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा सांसद सरोज पांडे और महासचिव विनोद तावड़े बनाए गए हैं। वहीं मध्य प्रदेश के लिए हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, राज्यसभा सांसद के. लक्ष्मण और रांची की मेयर व राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा को जिम्मेदारी दी गई है। छत्तीसगढ़ के लिए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम को पर्यवेक्षक बनाया गया है।
BJP Observers for Chhattisgarh, Madhya Pradesh and Rajasthan decided.
Rajasthan – Defence Minister Rajnath Singh, Vinod Tawade and Saroj Pandey
Madhya Pradesh – Haryana CM Manohar Lal Khattar, K Laxman, Asha Lakra
Chhattisgarh – Union Ministers Arjun Munda and Sarbananda Sonowal… pic.twitter.com/lTlrzvNSR6— ANI (@ANI) December 8, 2023
विधायक दल की मीटिंग में भी मौजूद रहेंगे पर्यवेक्षक
कहा जा रहा है कि हर राज्य में भेजे जा रहे पर्यवेक्षक बीजेपी विधायक दल की मीटिंग में भी मौजूद रहेंगे। उन्हें बीजेपी विधायकों को एकजुट रखने और मुख्यमंत्री के नाम पर एकराय बनाने की भी जिम्मेदारी दी गई है। बता दें कि तीनों राज्यों में बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा पार किया है। हालांकि चुनाव से पहले सीएम फेस तय नहीं था। कहा जा रहा है कि बीजेपी ने पहले से ही पूर्व मुख्यमंत्रियों को मनाना शुरू कर दिया है।
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राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एक दिन पहले गुरुवार को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिली थीं। हालांकि मीटिंग के बाद उन्होंने चुप्पी साधे रखी। इससे पहले उनके बेटे दुष्यंत सिंह पर विधायकों की बाड़ेबंदी का आरोप लगा था। कई विधायकों ने चुनाव जीतने के तुरंत बाद वसुंधरा राजे को सीएम बनाने की मांग की थी। देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी विधायक दल की बैठक में क्या तय होता है।
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