भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय अनुशासन समिति ने कर्नाटक के विधायक एसटी सोमशेखर और ए शिवराम हेब्बार को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। भाजपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में यह कदम उठाया है। एसटी सोमशेखर पर राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग करने और शिवराम हेब्बार पर राज्यसभा चुनाव में मतदान के दौरान अनुपस्थित रहने का आरोप है। इसे लेकर कर्नाटक भाजपा के मुख्य सचेतक ने दोनों विधायकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।
भाजपा ने जारी किया लेटर
भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने इस संबंध में आज (27 मई) एक लेटर जारी किया है। केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक की ओर से जारी लेटर में कहा गया है कि ‘पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने 25 मार्च 2025 के कारण बताओ नोटिस पर आपके जवाब पर विचार किया है और पार्टी अनुशासन के आपके बार-बार उल्लंघन को गंभीरता से लिया है। इसलिए आपको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से 6 साल की अवधि के लिए निष्कासित करने का निर्णय लिया गया है और आप वर्तमान में पार्टी में किसी भी पद पर नहीं रहेंगे।’
क्या है पूरा मामला?
कर्नाटक में बीजेपी के मुख्य सचेतक ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायक एसटी सोमशेखर को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। 27 फरवरी को हुए मतदान से अनुपस्थित रहने वाले शिवराम हेब्बार को भी नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद दोनों ने ही अपने जवाब में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने से इनकार किया था। फरवरी में कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटों के लिए मतदान हुआ था। इन चार में तीन सीटों पर कांग्रेस ने और एक सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी। व्हिप जारी होने के बावजूद एसटी सोमशेखर द्वारा कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन के पक्ष में मतदान किया गया, जिसके चलते भाजपा को सिर्फ एक सीट पर ही जीत मिल सकी। दावा किया जा रहा है कि सोमशेखर और हेब्बार कथित तौर पर पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे थे।
कौन हैं एसटी सोमशेखर?
एसटी सोमशेखर कर्नाटक की यशवंतपुर सीट से भाजपा के विधायक हैं। वह 2019 में अन्य लोगों के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे, जिसके बाद कांग्रेस और जद (एस) की 14 महीने पुरानी गठबंधन सरकार गिर गई थी। एसटी सोमशेखर का पूरा नाम शेट्टीहल्ली तिम्मेगौड़ा सोमशेखर गौड़ा है। उनका जन्म 1 जून 1957 को शेट्टीहल्ली के चन्नापटना में हुआ था। वह 6 फरवरी 2020 से 13 मई 2023 तक कर्नाटक के सहकारिता राज्य मंत्री रह चुके हैं। वे 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य के रूप में यशवंतपुर से कर्नाटक विधानसभा के लिए चुने गए थे। बाद में वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और 2019 में उपचुनाव जीते। वे 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर फिर से यशवंतपुर सीट से चुने गए ।
कौन हैं शिवराम हेब्बार?
शिवराम हेब्बार येल्लापुर सीट से भाजपा के विधायक हैं। 2019 में जद (एस) कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार को गिराने के लिए भाजपा ने कांग्रेस के जिन 17 बागी विधायकों को अपने पाले में किया था उनमें से एक शिवराम हेब्बार भी थे। उनका जन्म 4 जून 1956 को भारत के कर्नाटक राज्य के उत्तर कन्नड़ जिले के दक्षिणी छोटे से गांव शिवकार में हुआ था, जो गंगावती नदी के तट पर स्थित है। 1983 में वे येल्लापुर एपीएमसी के लिए चुने गए और यह सार्वजनिक जीवन में उनका पहला प्रवेश था। इसके बाद 2008 में उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में वीएस पाटिल के खिलाफ येल्लापुर-मुंडगोड विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। वह 2020 – 2021 तक कर्नाटक सरकार के चीनी मंत्री और 2020 से 2023 तक कर्नाटक के श्रम विभाग के मंत्री रह चुके हैं। वे 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य के रूप में येल्लापुरा से कर्नाटक विधानसभा के लिए चुने गए थे, लेकिन 2019 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और दिसंबर 2019 में हुए उपचुनाव में जीत हासिल की।