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बिहार में बाढ़ से मचा ‘हाहाकार’, 16 जिले पानी में डूबे, खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं कोसी-गंडक

Bihar Floods Latest News Update: बिहार में बाढ़ का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बाढ़ के कारण बिहार के कई इलाकों में जल-जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। उफान मारती नदियों का पानी गांवों में घुस गया है। सड़कें तालाब बन चुकी हैं।

Edited By : Sakshi Pandey | Updated: Sep 30, 2024 10:54
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Bihar Floods (1)

Bihar Floods Latest Update: बिहार के कई इलाके एक बार फिर से बाढ़ की चपेट में आने लगे हैं। भारी बारिश और बढ़ते जलस्तर के कारण बिहार में हाहाकार मच गया है। सड़कें तालाब बन चुकी हैं, जहां 3-4 फीट तक पानी भर गया है। खासकर नेपाल से सटे जिलों में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। कोसी नदी का जलस्तर काफी बढ़ चुका है। वहीं बिहार के 16 जिलों में बाढ़ का रेड अलर्ट जारी किया गया है।

नदियों पर बना बांध टूटा

मोतिहारी के कुण्डवा चैनपुर में सड़कें पानी से लबालब भरी हुई हैं। नेपाल में भारी बारिश के कारण बागमती नदी और लालबकेया नदी उफान पर है, जिसका असर बिहार में भी देखने को मिल रहा है। सड़कों पर 4 फीट तक पानी भरा हुआ है। चैनपुर के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इस लिस्ट में हीरापुर, गुरहनवा, वीरता टोला, भवानीपुर, बलुआ और महंगुआ समेत कई गांवों का नाम शामिल है। पानी के तेज बहाव के कारण बीती रात बागमती नदी और लालबकेया नदी पर बना बांध अचानक टूट गया, जिससे नदियां उफान पर आ गईं। इससे चैनपुर समेत कई इलाके बाढ़ ग्रस्त हो गए।

तियर नदी ने धरा रौद्र रूप

नेपाल में भारी बारिश का असर बिहार के अन्य इलाकों में भी दिखाई दे रहा है, जहां नदियों ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। गोलापकरिया में तियर नदी पर बना पुल भी धराशाई हो गया। इससे कई गांवों से संपर्क टूट गया है। प्रशासन यहां नए पुल का भी निर्माण कर रह था, मगर पानी का तेज बहाव देखने के बाद पुल का काम बंद कर दिया गया है। तियर नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है।

गंडक बैराज से छोड़ा गया पानी

सूत्रों की मानें तो छपरा के तरियानी में भी तटबंध टूट गया है, जिससे दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। वहीं सीतामढ़ी के बेलसंड में भी तटबंध टूट गया है, जिससे बाढ़ का पानी गांवों में घुसने लगा है। बिहार के बेतिया से भी बड़ी खबर सामने आ रही है। लौरिया के नरकटियागंज की सड़कें भी तालाब बन चुकी हैं। पानी के तेज बहाव को देखते हुए प्रशासन ने दोनों तरफ से लोगों का आवागमन रोक दिया है। यहां मौजूद सिकरहना नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। पानी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गंडक बराज से भी 5.60 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे कई इलाके अस्त-व्यस्त हो गए हैं।

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Written By

Sakshi Pandey

First published on: Sep 30, 2024 08:47 AM

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