Asaduddin Owaisi On Kamlnath Babri Masjid Remarks PM Modi Rahul Gandhi Ki Jodi Ram Shyam Ki: मध्य प्रदेश चुनाव में बाबरी मस्जिद की एंट्री हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक इंटरव्यू में राम मंदिर निर्माण को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा का राम मंदिर का श्रेय न ले। पूर्व पीएम राजीव गांधी ने सबसे पहले राम मंदिर का ताला खुलवाया था। भाजपा इतिहास को न भूले। राम मंदिर किसी एक पार्टी या व्यक्ति का नहीं, बल्कि देश और प्रत्येक नागरिक का है। भाजपा राम मंदिर को अपनी संपत्ति समझकर हड़पना चाहती है। उन्होंने इसे अपने पैसे से नहीं बनाया है। यह सरकार का पैसा है।
यह बात एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी को नागवार गुजरी। शुक्रवार को ओवैसी ने बाबरी मस्जिद विध्वंस के लिए कांग्रेस की तुलना बीजेपी और आरएसएस से की।
AIMIM MP Asaduddin Owaisi says "Kamal Nath has proved that Congress had an equal role as BJP & RSS in the demolition of Babri masjid…Both Congress and BJP work on the ideology of Hindutva…Now, we hope that PM Modi will take Rahul Gandhi along with him when he goes for a… pic.twitter.com/dkdCFNrAmo
— ANI (@ANI) November 3, 2023
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कांग्रेस और बीजेपी दोनों की हिंदुत्व विचारधारा
ओवैसी ने कहा कि मैंने कांग्रेस नेता कमल नाथ का बयान देखा है। मैं कहता रहा हूं कि बाबरी मस्जिद विध्वंस में कांग्रेस की भूमिका भाजपा, आरएसएस के बराबर थी। ओवैसी ने कहा कि कमलनाथ के बयान ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि बाबरी मस्जिद के विध्वंस के लिए कांग्रेस भी समान रूप से जिम्मेदार थी। कांग्रेस और बीजेपी दोनों हिंदुत्व की विचारधारा पर काम करते हैं। कांग्रेस आरएसएस की मां है। अब, हमें उम्मीद है कि पीएम मोदी ऐसा करेंगे। ओवैसी ने राहुल गांधी को सलाह दी कि जब वे किसी कार्यक्रम में जाएं तो उन्हें अपने साथ जरूर ले जाएं। उन्होंने पीएम मोदी और राहुल गांधी की जोड़ी को राम-श्याम की जोड़ी की संज्ञा दी।
ओवैसी के बयान कमलनाथ बोले- जो कहना था कह दिया
असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर कमलनाथ ने प्रतिक्रिया दी है। पूर्व सीएम ने कहा कि कोई कुछ भी कहे, मुझे जो कहना था मैंने कह दिया। राम मंदिर हमारे देश के हर व्यक्ति का है।
#WATCH | Madhya Pradesh Congress chief Kamal Nath says, " I've said whatever I had to say. Ram Mandir belongs to every person in the country…" pic.twitter.com/Mjbqy3epuD
— ANI (@ANI) November 3, 2023
बाबरी विध्वंस राजनीति का विवादास्पद अध्याय
अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस भारतीय राजनीति में एक विवादास्पद मुद्दा है। 1992 में मस्जिद विध्वंस के कारण देश में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। मामला निचली अदालत से होते हुए सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से ये विवाद खत्म हुआ और राम मंदिर के निर्माण का रास्ता खुला।
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