Ballistic Missile Agni Prime: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने नई जेनरेशन की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम का बुधवार की शाम सफलतापूर्वक परीक्षण किया। यह पहला प्री-इंडक्शन नाइट लॉन्च था। घुप अंधेरे में अग्नि प्राइम मिसाइल को ओडिशा में डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से शाम करीब साढ़े सात बजे लॉन्च किया गया। यह मिसाइल अपने सभी मानकों पर खरी उतरी है।
डीआरडीओ ने बताया कि लॉन्चिंग की मॉनिटरिंग के लिए रडार, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम जैसे रेंज इंस्ट्रूमेंटेशन को टर्मिनल बिंदु पर दो डाउन-रेंज जहाजों सहित विभिन्न स्थानों पर लगाया गया था। इसके सफल परीक्षण से भारत की सैन्य ताकत बढ़ गई है। यह मिसाइल अग्नि सीरीज की आधुनिक, घातक, सटीक और मीडियम रेंज की परमाणु संपन्न मिसाइल है। इसके जरिए दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब दिया जा सकता है।
#DRDOUpdates | First Pre Induction night launch of New Generation Ballistic Missile Agni Prime was successfully conducted off the coast of Odisha on 07 June 2023. https://t.co/gdkZozarng#Atmanirbharbharat @DefenceMinIndia @SpokespersonMoD pic.twitter.com/26Zj2rBkON
— DRDO (@DRDO_India) June 8, 2023
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यह है अग्नि प्राइम की खासियत
- अग्नि प्राइम मिसाइल का वजन 11 हजार किलोग्राम है।
- इसकी लंबाई 34.5 फीट है। इस पर एक या कई हथियार लगाए जा सकते हैं।
- 2 हजार किमी की दूरी तक किसी भी लक्ष्य को मिसाइल टारगेट कर सकती है।
- यह उच्च तीव्रता वाले विस्फोटक थर्मोबेरिक या परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है।
- इस पर 1500 किमी से 3000 किग्रा वजन के हथियार लगाए जा सकते हैं।
- यह दो स्टेज के रॉकेट मोटर पर चलने वाली मिसाइल है।
रक्षा मंत्री ने वैज्ञानिकों को दी बधाई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और सशस्त्र बलों को नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि प्राइम की सफलता के लिए बधाई दी। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ समीर वी कामत ने डीआरडीओ के वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना की है।
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