ऑल इंडिया मंजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को तुर्की पर निशाना साधते हुए बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि तुर्की ने हाल ही में पाकिस्तान का समर्थन किया है। इससे पहले भी कई बार तुर्की ऐसा करते हुए दिख चुका है।
तुर्की के बैंक का सुनाया किस्सा
ओवैसी ने कहा कि हमे तुर्की को याद दिलाना होगा कि वहां एक बैंक है जिसका नाम इसबैंक (isbank) है, जिसके शुरुआती जमाकर्ता भारत के ही लोग थे। उन्होंने कहा कि भारत के तुर्की से ऐतिहासिक संबंध रहे हैं।
भारत में पाकिस्तान से अधिक मुस्लिम
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि हमें तुर्की को याद दिलाना चाहिए कि भारत में 20 करोड़ से अधिक मुस्लिम रहते हैं। भारत में पाकिस्तान की तुलना में अधिक मुस्लिम हैं। जिस तरह से पाकिस्तान ने अब तक बर्ताव किया है। उनका इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है।
क्या यूएस लेगा पाकिस्तान की गारंटी?
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का अमेरिका के साथ केवर 10 अरब का व्यापार है, जबकि भारत का 150 अरब से ज्यादा का व्यापार है। क्या यह मजाक है? क्या यूएस गारंदी दे सकता है कि पाकिस्तान अब हम पर आतंकी हमले नहीं करेगा?
पाकिस्तान है भिखारी
ओवैसी ने कहा कि पाक सेना हमेशा भारत के साथ छेड़छाड़ करती रहेगी। हम कब तक इसे सहन करेंगे? आप पाकिस्तान के साथ व्यापार कैसे कर सकते हैं? वे तो भिखारी हैं।उन्होंने कहा कि अमेरिका से बस इतनी उम्मीद करते हैं कि वे द रेसिस्टेंस फ्रंट को आतंकवादी संगठन घोषित करें। ये फ्रंट कुछ और नहीं है, बल्कि लश्कर-तैयबा का ही एक अंग है।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पर ओवैसी ने कही बड़ी बात
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारत प्रमुख साझेदार देशों के लिए अपना एक प्रतिनिधिमंडल भेजेगा। इस ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान के पाले आतंकवादियों की ओर हमारे देश में आतंकी घटनाएं हुई हैं, उसे देखते हुए यह जरूरी है कि हम दूसरे देशों के सामने भारत का पक्ष रखें।
भारत हमेशा आतंकवाद के खिलाफ
ओवैसी ने कहा कि भारत का हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ रहा है। प्रतिनिधिमंडल द्वारा दूसरे देशों को पाक के खिलाफ चलाए ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। मैं इस जिम्मेदारी को निभाने की पूरी कोशिश करूंगा।
इन देशों में जाएगा प्रतिनिधिमंडल
ओवैसी ने कहा कि हम जिन देशों में जाएंगे, वे हैं यूके, फ्रांस बेल्जियम, जर्मनी, इटली और डेनमार्क है।