Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा सियासी उलटफेर हुआ और एनसीपी नेता अजित पवार शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री बन गए। खास बात यह है कि उन्होंने शपथ लेने के बाद बड़ा दावा किया। अजित पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पर भी अपना दावा किया है। उनका कहना है कि पार्टी उनके साथ है और उन्हें शरद पवार का भी आशीर्वाद है। जो अपने आप में बड़ा दावा माना जा रहा है।
एनसीपी पर दावा
अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद छगन भुजबल और प्रफुल पटेल के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि ‘शिदें सरकार में शामिल होने का फैसला उनका फैसला नहीं है बल्कि पार्टी का फैसला है। यानि सभी की सहमति से यह फैसला लिया गया है। छगन भुजबल ने भी उनका समर्थन किया है। अजित पवार ने कहा कि आने वाले सारे चुनाव वह एनसीपी के चुनाव चिन्ह पर ही लड़ेंगे।’ अजित पवार के इस बयान का सीधा मतलब यह निकाला जा रहा है कि वह न केवल शिंदे सरकार में शामिल हुए हैं, बल्कि पार्टी भी अब उनकी की है।
अजित पवार ने NDA में आने की वजह बताई
अजित पवार ने कहा कि ‘पीएम मोदी देश का विकास कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। देश को जब से आजादी मिली है तभी से नेहरूजी, पटेलजी, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिराजी, राजीवजी की सरकारें बनी थी। देश में आगे भी अलग-अलग गुट की सरकारें बनी थी। लेकिन पिछले 9 साल में देखा होगा कि मोदी जी के नेतृत्व में सरकार विकास के लिए कार्य कर रही है, विदेशों में भी उनको खूब सम्मान मिला है। सब ठीक से चल रहा है। विपक्ष का कोई नेता जो नेतृत्व कर सके, मुझे नहीं दिखता है। इसलिए राज्य के विकास के लिए सभी ने मिलकर एनडीए में आने का फैसला किया’
अजित पवार ने यह भी कहा कि ‘इस फैसले में उन्हें राष्ट्रवादी कांग्रेस के सभी लोगों का आशीर्वाद मिला है। राष्ट्रवादी कांग्रेस में सब आते हैं यानि सभी विधायक उनके साथ हैं। सभी का मतलब सभी साथ हैं। उन्होंने आगे कहा कि हम बहुत अच्छी तरह से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को आगे बढ़ाएंगे।’
एनसीपी के महाराष्ट्र में 54 विधायक
दरअसल, अजित पवार के दावे को बड़ा माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में एनसीपी के 54 विधायक थे। अजित पवार ने पार्टी के सभी विधायकों के समर्थन का दावा किया है। जबकि बीजेपी के नेताओं ने भी एनसीपी के 40 से ज्यादा विधायकों के समर्थन का दावा किया है। ऐसे में अजित पवार के बाद अब सभी को शरद पवार के बयान का इंतजार है।