Akash Missile Defense System: रक्षा के क्षेत्र में भारत नए नए कारनामे कर रहा है। देश ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जो अभी तक दुनिया का कोई भी देश नहीं कर पाया है। भारत ने मेड इन इंडिया टेक्नोलॉजी से बने आकाश मिसाइल डिफेंस सिस्टम से एकसाथ 4 टारगेट को ध्वस्त कर दिया है। इसका एक वीडियो भी जारी किया गया है। इसके पहले अमेरिका समेत कुछ देश ऐसा करने का दावा करते हैं लेकिन उन्होंने ऐसा करके कभी दिखाया नहीं है। भारत ऐसा करने वाला पहला देश बन गया है।
इसकी क्षमता अभी 25 किलोमीटर रेंज तक है और आगे इसे बढ़ाया जाना है। इतने कम रेंज पर ऐसा करके दिखाना बहुत बड़ी बात होती है। लंबी दूरी पर ऐसा करने में कई बार गलतियां हो जाती हैं। लंबी दूरी पर 4 टारगेट को एकसाथ निशाना बनाने पर संभावना है कि इनमें से एक टारगेट हमला कर दे। भारतीय वायुसेना ने 25 दिसंबर को इसका परीक्षण किया।
India became first country to demonstrate the capability of engagement of 04 aerial targets simultaneously at 25Km ranges by command guidance using single firing unit. The test was conducted by @IAF_MCC using Akash Weapon System @DefenceMinIndia @SpokespersonMoD pic.twitter.com/ut2FDzVd64
— DRDO (@DRDO_India) December 17, 2023
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दुश्मन का बचना मुश्किल
डीआरडीओ के मुताबिक आकाश मिसाइल जैसी ताकत और तकनीक वाला भारत दुनिया का पहला देश है। हालांकि इससे जुड़ी ज्यादा जानकारी अभी सामने नहीं आई है। हालांकि इस बारे में सारी बातें सामने नहीं लाई गई हैं ताकि दुश्मन को इसके बारे में ज्यादा जानकारी न हासिल हो जाए। इसकी गति बहुत ज्यादा तेज है जिससे दुश्मन का बच पाना बहुत मुश्किल है। इसकी गति 3087 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जा रही है।
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टारगेट को किया ध्वस्त
डीआरडीओ द्वारा जारी वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे सामने से आ रहे टारगेट्स को आकाश एयर डिफेंस के मिसाइल ने हवा में ही मार गिराया। यह पूरी दुनिया के लिए हैरानी की बात है। यह आंध्र प्रदेश के सूर्यलंका एयरफोर्स स्टेशन पर किया गया था। इंडियन ओसिअन की तरफ से चार लक्ष्य एक ही दिशा से एक ही दिशा में आ रहे थे। चार मिसाइलों को लॉन्च किया गया और चारों ने टारगेट को निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया।
दूसरे देश पर निर्भर नहीं
अगर दुश्मन के मिसाइल इनकी जगह होते तो उनको भी आकाश मिसाइल सिस्टम हवा में ही मार गिराता। आकाश की रेंज ज्यादा नहीं है, जबकि एस-400 की रेंज 400 किलोमीटर तक जा सकती है। खास बात यह है कि अब ऐसी मिसाइल सिस्टम के तैयार करने के लिए भारत किसी दूसरे देश पर निर्भर नहीं है। अब वह खुद इसे बना सकता है। यह एक बड़े इलाके को दुश्मन देश के मिसाइल हमले से बचा सकता है।
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