Game Changer Movie Review: साउथ के सुपरस्टार राम चरण और बॉलीवुड की बड़ी एक्ट्रेस कियारा आडवाणी की फिल्म गेम चेंजर ने 10 जनवरी को सिनेमाघरों में दस्तक दे दी। फिल्म ने पहले दिन ही बॉक्स ऑफिस पर करीब 47 करोड़ का बिजनेस किया जो ओपनिंग के हिसाब से शानदार कही जा रही है। वीकेंड पर इस आंकड़ें के बढ़ने के पूरे-पूरे चांज बताए जा रहे हैं। हालांकि 450 करोड़ के बजट में बनकर तैयार हुई इस फिल्म में कुछ कमियां भी देखने को मिलीं। चलिए आपको बताते हैं ऐसी ही कुछ 5 खामियों के बारे में।
फिल्म के गानों में नहीं दिखा दम!
फिल्म की कहानी तो जबरदस्त है लेकिन गानों में कोई दम दिखाई नहीं दे रहा है। फिल्म के गाने ऐसे लगता है जैसे फालतू में ही डाले गए हैं। ना ही कोई गाना ऐसा है जो फिल्म रिलीज से पहले ही हिट हो गया हो। फिल्म के गानों ने काफी ज्यादा बजट का इस्तेमाल किया है लेकिन उस हिसाब से किसी भी गाने को कोई पॉपुलेरिटी नहीं मिली है। फिल्म के एक गाने को तो लगभग 13 दिन में जाकर शूट किया गया था लेकिन वो आउटकम नहीं मिला जिसकी शायद उम्मीद की जा रही थी।
IAS बनने के बाद दीपिका ने संपर्क क्यों नहीं किया?
फिल्म में कियारा आडवाणी डॉक्टर दीपिका के किरदार में नजर आ रही हैं जो राम नंदन यानी राम चरण को आईएएस बनते हुए देखना चाहती हैं। लेकिन राम नंदन कम नबरों की वजह से आईपीएस ऑफिसर बन जाते हैं इसलिए दीपिका उनकी जिंदगी से दूर चली जाती हैं। लेकिन सवाल ये है कि जब वो आईएएस ऑफिसर बन गए तो दीपिका ने उन्हें फिर से संपर्क क्यों नहीं किया।
फिल्म की कहानी प्रेडिक्टेबल
फिल्म की कहानी काफी जगहों पर काफी प्रेडिक्टेबल लगती हैं, जैसे पहले से ही अहसास हो जाता है कि सीएम के सपने में जो मां-बेटे आ रहे हैं वो कहीं ना कहीं राम नंदन और उसकी मां ही हैं। आगे चलकर ये भी बहुत प्रिडेक्टेबल हो जाता है कि सीएम ने ही राम नंदन के पिता की हत्या की है।
फिल्म में डायलॉग्स की कमी
फिल्म में भारी-भरकम डायलॉग्स जो शायद साउथ की फिल्मों की यूएसपी कहे जाते हैं, वो इस फिल्म में थोड़ा मिसिंग लगे। फिल्म में ज्यादा कोई डायलॉग सुनने को नहीं मिला जिसपर दर्शकों ने उठकर तालियां बजाई हो।
फिल्म का मुद्दा बहुत आम
फिल्म में एक भ्रष्टाचार से लिप्ट राजनीति की कहानी को दिखाया गया है, जिसका सामना एक ईमानदार आईएएस ऑफिसर से होता है। ये कहानी बिल्कुल भी नई नहीं थी। इससे उल्टा फिल्म की कहानी काफी साधारण सी है।
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