Panchayat 3: फुलेरा की कहानी अभी खत्म नहीं हुई है और इसी के चलते आ गया है ‘पंचायत’ का सीजन तीन। जी हां, एक कहानी और उसका सीजन तीन आना और उसका अपने आपमें बेस्ट देना खुद में ही बड़ी बात है। अब भई बहुत से लोगों ने इस सीरीज के तीसरे सीजन को देख लिया है और कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने अभी तक इसे नहीं देखा और कुछ ऐसे भी हैं, जो अभी यहीं सोच रहे हैं कि इसे देखें या नहीं? अगर आपने इस सीरीज का पहला और दूसरा सीजन देखा है, तो तीसरा सीजन तो देखना बनता है, क्योंकि भई TVF का दूसरा नाम ही इमोशंस है। इतना ही नहीं बल्कि इस सीजन के Challenges भी कुछ स्पेशल है।
गजब का है क्लाइमेक्स
जी हां, पंचायत के तीसरे सीजन में ऐसा क्या खास है, जो इसको स्पेशल बनाता है। तो भई आपको इसके लिए सीरीज देखना बनता है। हालांकि कई बार लोगों को लगता है कि पहले सीजन के बाद किसी भी कहानी में वो मजा नहीं रहता, जो उसके पहले पार्ट में रहता है, लेकिन पंचायत के तीसरे सीजन के साथ ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, क्योंकि भई पंचायत के तीसरे सीजन का क्लाइमेक्स इतना गजब का है कि मिर्जापुर का लेवल भी क्रॉस हो जाएगा।
क्यों स्पेशल है Panchayat 3 में दिखाए Challenges?
भई देखो, ऐसा है ना कि जब बात सिनेमा की होती है, तो कुछ तो ऐसा होना चाहिए जो सिनेमा जैसा हो, तो Panchayat 3 के आखिर 20 मिनट में आपको लगेगा कि आपने जैसे सिनेमा के दर्शन ही कर लिए हैं। अब भई जब TVF का दूसरा नाम ही इमोशंस है, तो रियल लाइफ का पर्दे पर आना तो बनता है। ये तो सभी को पता है कि रियल लाइफ में सब कुछ अच्छा नहीं होता और कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा आपको इसमें लाइफ की मजबूरियों, रिंकी का सचिव जी से संपर्क करना, विधायक का बदला लेना, भूषण यानी बनराकस का फुलेरा पर कब्जा करना और यहीं चैलेंज इस सीरीज को खास बनाते हैं।
सस्पेंस और थ्रिल में भी लगाना पड़ेगा दिमाग
इतना ही नहीं बल्कि ये भी हो सकता है कि इस सीरीज को देखकर आप इसके बारे में गूगल बाबा पर सर्च करें। ना फिर कॉमेडी बल्कि सस्पेंस और थ्रिल में भी आपको दिमाग लगाना पड़ेगा। अगर आपको भी इस सीरीज का तीसरा सीजन देखना है, तो भई दिल थाम कर पूरे-पूरे छह घंटे लेकर बैठना, नहीं तो मजा अधूरा रह सकता है। सीरीज की ज्यादातर लोगों ने तारीफ की है, आप भी इसे देख सकते हैं और एंजॉय कर सकते हैं।
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