पटना: भोजपुरी के सुपरस्टार खेसारी लाल यादल मुश्किलों में फंसते नजर आ रहे हैं। उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। बिहार की छपरा कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। खेसारी पर चेक बाउंस मामले में छपका कोर्ट ने वारंट जारी किया है। मामला साल 2019 का बताया जा रहा है।
खेसारी ने अपनी पत्नी चंदा देवी के नाम एक जमीन खरीदी थी। जिसका पैसा नहीं दिया थे। इस मामले में खेसारी के खिलाफ पहले ही कार्रवाई चल रही है। चार साल पुराने इस मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए खेसारी ने पहले कोर्ट से अंतरिम जमानत ले ली थी। लेकिन अब वह सुनवाई में उपस्थित नहीं हो रहे हैं, जिसके चलते कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। न्यायिक दंडाधिकारी ने रसूलपुर थाना कांड संख्या 120/19 के एनआईएक्ट विचारण संख्या 241/21 के तहत ये आदेश दिए हैं।
जानें क्या है पूरा मामला
रसूलपुर थाना क्षेत्र के असहनी निवासी मृत्युंजयनाथ पांडे ने रसूलपुर थाना में 16 अगस्त 2019 को भोजपुरी सुपरस्टार FIR दर्ज कराई थी। मृत्युंजय पांडे ने आरोप था कि शत्रुघ्न कुमार उर्फ खेसारी लाल यादव की पत्नी चंदा देवी से अपनी जमीन 22 लाख 7 हजार रुपये में बेचने का सौदा किया था। इस संबंध में जमीन की रजिस्ट्री भी 4 जून 2019 को हो चुकी है। खेसारी लाल यादव ने जमीन की खरीद के भुगतान के तौर पर मृत्युंजय पांडे को 18 लाख रुपये का चेक दिया था, जिसे उन्होंने 20 जून 2019 को बैंक में जमा कर दिया था। बैंक की तरफ से 28 जून 2019 को चेक बाउंस होने की जानकारी दी गई। चेक बाउंस होने के बाद उन्होंने रसूलपुर थाने में FIR दर्ज कराई।
पुलिस ने इसके बाद 22 अगस्त 2020 को आरोप पत्र दायर किया। इसमें खेसारी लाल यादव पर दफा 406, 138 एन आई एक्ट के अंतर्गत चार्जशीट लगाई गई। न्यायालय ने 22 जनवरी 2021 को शत्रुघ्न कुमार उर्फ खेसारी लाल यादव के खिलाफ सम्मन और 25 फरवरी 2021 को जमानती वारंट जारी किया था। परंतु अभियुक्त के उपस्थित नहीं होने पर गैर जमानती वारंट जारी किया गया था। तब खेसारीलाल यादव ने न्यायालय में उपस्थित होकर अपनी जमानत 21 जनवरी 2022 को कराई थी।