Ajay Devgn Father Story: अजय देवगन को लोग बॉलीवुड का ‘सिंघम’ (Singham) कहते हैं। अजय देवगन की फैंस के बीच 2 इमेज बनी हुई हैं। एक वो जो अक्सर उनकी फिल्मों में देखने को मिलती है- गुस्सैल और सीरियस मैन वाली और दूसरी उनकी वो साइड जो अक्सर इंटरव्यू में बाहर आती है। अजय देवगन दोस्तों के साथ जमकर प्रैंक करते हैं और उनके साथ खूब एन्जॉय करते हैं। क्या आप जानते हैं उनके पिता वीरू देवगन (Veeru Devgan) भी कुछ कम नहीं थे। उन्होंने अपने दिनों में क्या-क्या किया है अब उसका खुलासा खुद उनके बेटे ने किया है।
घर से भागकर मुंबई आए थे वीरू देवगन
बता दें, वीरू देवगन अब इस दुनिया में नहीं हैं। वो एक मशहूर एक्शन कोरिओग्राफर रहे हैं। बॉलीवुड में उनका काफी नाम है और आज भी लोग उनकी बहुत इज्जत करते हैं। लेकिन उन्हें काम कैसे मिला था और उनकी जर्नी कैसे शुरू हुई थी? उसे लेकर अजय देवगन ने दिलचस्प खुलासे किए हैं। अजय देवगन ने एक बार अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके पिता वीरू देवगन जब 13-14 साल के थे तब छुप-छुपाकर, घर से भागकर आए थे। वो मुंबई आकर कुछ बनना चाहते थे।
टैक्सी धोकर मुंबई में किया गुजारा
अजय देवगन ने बताया कि उनके पिता बिना टिकट के ही मुंबई पहुंच गए थे। अगर आप ये सुनकर ही हैरान हो रहे हैं तो आपको बता दें, ये तो कुछ भी नहीं है। उन्होंने इससे बड़े-बड़े कारनामे किए थे। एक्टर ने अपने पिता को लेकर बात करते हुए ये भी बताया था कि वो थोड़े टाइम के लिए जेल में भी थे। हालांकि, इसके पीछे क्या कारण था अजय ने वो रिवील नहीं किया। लेकिन उन्होंने अपने पिता की स्ट्रगल स्टोरी जरूर सुनाई है। अजय देवगन ने बताया कि उनके पिता के पास रहने की कोई जगह नहीं थी। ऐसे में उनकी मुलाकात एक बार एक टैक्सी के ओनर से हुई। उस टैक्सी वाले ने उन्हें एक ऑफर दिया कि वो उनकी टैक्सी साफ कर दें, बदले में वो वीरू को उसमें सोने देंगे।
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सड़क पर लड़ते हुए मिला काम
यहां सिर्फ सोने देने का समझौता हुआ था। टैक्सी साफ करने के बदले कोई पैसे या खाने की शर्त नहीं रखी गई थी। इसके बाद एक्टर के पिता गुंडों के गैंग के लीडर तक बन गए थे। इतना ही नहीं एक बार वो सड़क पर लड़ रहे थे और वहां से एक गाड़ी गुजर रही थी तो गाड़ी रुकी, उसका शीशा नीचे आया। एक शख्स वीरू देवगन को लड़ते देखता रहा और जब लड़ाई खत्म हुई तो उन्हें बुलाया और कहा, ‘तू अच्छा लड़ता है, कल मेरे पास आना।’ बता दें, वो शख्स रवि खन्ना थे और उन्होंने ही वीरू देवगन को फाइटर बनाया और यहां से उनका करियर चल पड़ा।