नई दिल्ली: भारत के एकमात्र साइबर सुरक्षा संगठन व्हिजहैक टेक्नोलॉजीज ने पूरे भारत के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी में साइबर सुरक्षा में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) शुरू करने की घोषणा की है। आईआईटी-जोधपुर में अपने सीओई में बड़ी सफलता के बाद व्हिजहैक ‘आत्मनिर्भर डिजिटल इंडिया’ के निर्माण की दिशा में एक राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा ज्ञान पारिस्थितिकी तंत्र (इकोसिस्टम) स्थापित करेगा।
जानें व्हिजहैक टेक्नोलॉजीज के बारे में
साल 2022 के गार्टनर अध्ययन के अनुसार, 2013 और 2020 के बीच महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टरों पर साइबर हमले नाटकीय रूप से 3900% बढ़ गए हैं। सीओई में Whizhack Technologies अपने ‘मेड इन इंडिया’ साइबर सुरक्षा उत्पादों जैसे TRACE, WhizRange और ZeroHack को तैनात करेगी जो कि व्यवसायों और सरकारी संस्थाओं को पहले ही लाभान्वित कर चुके हैं। ये सीओई कुशल साइबर सुरक्षा पेशेवरों की गंभीर कमी को दूर करने के लिए क्षेत्रीय परामर्श के साथ प्रोजेक्ट और मार्केट के लिए तैयार पेशेवरों (आईटी प्रोफेशनल) को सक्षम बनाएंगे।
वैश्विक मंदी और नौकरी में कटौती के एक साल में, 83% से अधिक उद्यमों को साइबर सुरक्षा की स्थिति को भरने के लिए सही कुशल पेशेवर नहीं मिल रहा है, जो 3.5 मिलियन से अधिक रिक्तियों के कारण कई मीडिया रिपोर्टों में आया है। यह अवसरों और नौकरीयों के लिए एक स्पष्ट संकेत है जो साइबर सुरक्षा कमांड करता है।
व्हिज़हैक टेक्नोलॉजीज के सह-संस्थापक और सीओओ कौशिक रे ने कहा कि, हम आज की डिजिटल दुनिया में सफल होने के लिए अग्रणी शैक्षणिक संस्थानों के साथ अपने सीओई को शुरू करने के लिए उत्साहित हैं। हमारे अधिकार प्राप्त संस्थान भारत और विश्व में साइबर स्पेस की सुरक्षा करेंगे।
व्हिज़हैक नोडल साइबर डिफेंस एकेडमिक इकोसिस्टम (पारिस्थितिकी तंत्र) को मजबूत बनाने के लिए काम करेगा जो उद्यमों और सरकारी संस्थानों दोनों के लिए मार्केट रेडी टैलेंट और सर्विस का निर्माण कर सकता है। साइबर डिफेंस को 0% बेरोजगारी के साथ नंबर 1 मंदी प्रूफ करियर विकल्प के रूप में रेटिंग दिया गया है।
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