Poornima University Convocation: अपने माता-पिता की मौजूदगी में डिग्रियां प्राप्त किया जाना स्टूडेंट्स के लिए यादगार पल बन गया। शनिवार को यह अवसर था पूर्णिमा यूनिवर्सिटी, जयपुर के नौवें दीक्षांत समारोह का। इसमें आर्मी ट्रेनिंग कमांड (एआरटीआरएसी), शिमला के जीओसी इन चीफ एवीएसएम, वीएसएम लेफ्टिनेंट जनरल सुरिन्दर सिंह महल समारोह मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे। इस दौरान यूनिवर्सिटी के 638 स्टूडेंट्स को डिग्री प्रदान कर सम्मानित किया गया। इनमें 7 पीएचडी, 7 एमटेक, 47 एमबीए, 6 मास्टर ऑफ डिजाइन, 12 एमपीएच, 4 एमएचए, 15 एमसीए, 227 बीटेक, 71 बीबीए, 40 बीकॉम, 54 बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर, 60 बीसीए, 44 बैचलर ऑफ डिजाइन, 31 बीएससी, 4 बी वॉक और 6 बीवीए की डिग्रियां शामिल थीं।
एकेडमिक अचिवर्स को दिया गया मेडल
इस कार्यक्रम में इस्कॉन, बेंगलुरु के प्रेसीडेंट व अक्षय पात्र फाउंडेशन के चेयरमेन पद्मश्री मधु पंडित दास और वॉकहार्ट फाउंडेशन के सीईओ डॉ. हुजैफा खोराकीवाला को डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की मानद उपाधि प्रदान की गई। विभिन्न कोर्सेज के एकेडमिक अचीवर्स को भी गोल्ड व सिल्वर मैडल से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर किरन गेरा को चांसलर्स गोल्ड मैडल और गौरव दत्त को एसईएस गोल्ड मैडल प्रदान किया गया, जबकि सिमरन यदुवंशी को ली कोर्बुजिए गोल्ड मैडल से सम्मानित किया गया। इनके अलावा 24 अन्य एकेडमिक टॉपर्स को गोल्ड व सिल्वर मैडल और कैश प्राइज प्रदान किए गए।
छात्रों को बताया गया भारतीय संस्कारों का महत्व
मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल सुरिन्दर सिंह महल ने स्टूडेंट्स को देश का भविष्य बताते हुए उन्हें राष्ट्र निर्माण में अपना हर संभव योगदान देने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सफलता की राह पर आगे बढ़ते हुए मानवता पर भी पूरा फोकस रखें। पद्मश्री मधु पंडित दास ने स्टूडेंट्स को मोटिवेट करते हुए भारतीय संस्कारों की महत्ता समझाई। उन्होंने कहा कि आज हम पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरण कर रहे हैं, लेकिन ज्ञान की दृष्टि से भारत हमेशा से काफी समृद्ध रहा है। डॉ. हुजैफा खोराकीवाला ने सात पीस वैल्यूज पर आधारित उनके ऑनलाइन पीसकीपर मूवमेंट की जानकारी देते हुए जीवन में वैल्यू सिस्टम को महत्व देने की अपील की।
यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन ने छात्रों को दी उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं
पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन शशिकांत सिंघी ने डिग्री प्राप्त करने वाले सभी स्टूडेंट्स को उज्जवल भविष्य की शुभकामना देते हुए उन्हें अपने इनोवेशन के जरिए वे समाज में अहम योगदान देने के लिए प्रेरित किया। शुरुआत में यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेंट डॉ. सुरेश चंद्र पाढ़ी द्वारा स्वागत भाषण दिया गया और उन्होंने यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट प्रस्तुत की। यूनिवर्सिटी की रजिस्ट्रार डॉ. चांदनी कृपलानी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
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