दिल्ली यूनिवर्सिटी की मेधावी छात्रा और हरियाणा की अफसर आस्था सिंह ने पहले ही प्रयास में UPSC जैसी कठिन परीक्षा को पास कर दिखाया है। आस्था सिंह का यह सफर सिखाता है कि अगर लगन और आत्मविश्वास हो, तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।
61वीं रैंक से रचा इतिहास
दरअसल, आस्था सिंह ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा 2024 में ऑल इंडिया 61वीं रैंक हासिल की है। वह वर्तमान में हरियाणा सरकार में एडिशनल एक्साइज और टेक्सेशन ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं, और अब उनकी यह उपलब्धि उन्हें IAS बनने की दिशा में ले जा रही है।
बिना कोचिंग, सिर्फ सेल्फ स्टडी से सफलता
आस्था ने अपने पहले ही प्रयास में यह परीक्षा सेल्फ स्टडी से पास की है। उन्होंने किसी कोचिंग सेंटर की मदद नहीं ली। उनका मानना है कि अगर सही रणनीति और अनुशासन के साथ पढ़ाई की जाए, तो सफलता मुमकिन है।
शिक्षा और पारिवारिक पृष्ठभूमि
आस्था ने अपनी ग्रेजुएशन दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से इकनॉमिक्स ऑनर्स में पूरी की है। उनके पिता ब्रिजेश सिंह हरियाणा के पंचकूला में स्थित एक फार्मा कंपनी में क्वालिटी हेड के पद पर कार्यरत हैं और मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के डोभी तहसील स्थित कुशहां कनौरा गांव के रहने वाले हैं। उनकी मां शालिनी सिंह भी पोस्ट ग्रेजुएट हैं और इसलिए शिक्षा का महत्व आस्था को घर से ही मिला है।
हरियाणा में कार्यरत, यूपी से जुड़ाव
भले ही वह फिलहाल हरियाणा सरकार में एक अधिकारी के रूप में तैनात हैं, लेकिन उनका जुड़ाव उत्तर प्रदेश से बना हुआ है। वह अक्सर अपने गांव और जड़ों से संपर्क बनाए रखती हैं। अब वह IAS बनकर महिला सशक्तिकरण और समाज सेवा के क्षेत्र में काम करना चाहती हैं।
चंडीगढ़ से टॉप 300 में शामिल होने वाली 5 प्रतिभाओं में एक
आस्था चंडीगढ़ क्षेत्र की उन पांच सफल प्रतिभाओं में शामिल हैं, जिन्होंने इस बार UPSC परीक्षा में टॉप 300 में जगह बनाई है। उनका यह सफर कई युवाओं के लिए प्रेरणा बन सकता है, खासकर उनके लिए जो बिना कोचिंग के तैयारी करने की सोच रहे हैं।
UPSC 2024 परीक्षा का आंकड़ा
इस बार UPSC परीक्षा में कुल 1009 उम्मीदवारों को विभिन्न सेवाओं के लिए सिफारिश की गई है, जिसमें 335 सामान्य वर्ग, 109 EWS, 318 OBC, 160 SC और 87 ST वर्ग के उम्मीदवार शामिल हैं। इंटरव्यू राउंड 7 जनवरी से 17 अप्रैल 2025 तक चला और इसमें लगभग 2845 उम्मीदवारों ने भाग लिया था।