Life Insurance Vs Term Insurance: लाइफ इंश्योरेंस यानी जीवन बीमा के बारे में तो हम बचपन से सुनते आ रहे हैं, लेकिन बीते कुछ सालों से टर्म इंश्योरेंस काफी ज्यादा सुनने में आ रहा है। टीवी पर तमाम विज्ञापन आपको दिखाई दे जाएंगे तो कम पैसों में बड़ा टर्म इंश्योरेंस देने का दावा करते हैं। मगर इस तरह के दावों के सहारे या फिर सुनी-सुनाई बातों के आधार पर कोई फैसला नहीं लेना चाहिए। लाइफ इंश्योरेंस और टर्म इंश्योरेंस सुनने में भले ही एक जैसे लगें, लेकिन दोनों में काफी अंतर है। इसलिए कोई भी फैसला लेने से पहले इन्हें बारीकी से समझना बेहद ज़रूरी है और आज हम आपको यही समझाने की कोशिश कर रहे हैं।
ज़रूरत का लगाएं पता
लाइफ इंश्योरेंस और टर्म इंश्योरेंस में से किसी को चुनने से पहले आपको अपनी ज़रूरत को लेकर स्पष्ट होना चाहिए। कहने का मतलब है कि क्या आप मैच्योरिटी बेनेफिट पाना चाहते हैं या फिर आप केवल यही चाहते हैं कि आपको कुछ होने की स्थिति में परिवार को एक बड़ी रकम मिल जाए?
जीवन बीमा पॉलिसी में आपको डेथ बेनिफिट के साथ-साथ मैच्योरिटी बेनेफिट का भी लाभ मिलता है। यदि धारक की पॉलिसी अवधि के दौरान मृत्यु हो जाती है तो उसके नॉमिनी को निर्धारित राशि मिल जाती है।
यदि ऐसा कुछ नहीं होता तो पॉलिसी होल्डर को पॉलिसी की अवधि पूरी होने पर मैच्योरिटी अमाउंट मिलता है। जीवन बीमा एक तरह से आपको दो प्रमुख लाभ प्रदान करता है -डेथ बेनिफिट और मैच्योरिटी बेनेफिट यही वजह है कि इस तरह के इंश्योरेंस को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है, क्योंकि इसमें आपको भविष्य के लिए भी एक निर्धारित रकम भी मिल जाती है।
इसमें मिलेगा ज्यादा रिटर्न
टर्म इंश्योरेंस की बात करें, तो इसका लाभ नॉमिनी को उसी स्थिति में मिलता है जब बीमा धारक की मृत्यु हो जाती है। दूसरे शब्दों में कहें तो यह प्लान केवल इसलिए है कि यदि पॉलिसी धारक को कुछ हो जाए तो उसके परिवार को आर्थिक परेशानियों का सामना न करना पड़ा. इसमें आपको किसी भी तरह के मैच्योरिटी बेनेफिट नहीं मिलते। कहने का मतलब है कि पॉलिसी अवधि पूरी होने के बाद आपको कोई पैसा नहीं मिलेगा। हालांकि, टर्म इंश्योरेंस प्लान कम प्रीमियम पर ज्यादा रिटर्न देते हैं।
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इसलिए लोग फैमिली की आर्थिक सुरक्षा के लिए इसे अपनाने लगे हैं। एक ध्यान रखने वाली बात यह है कि अगर आप बीच में ही टर्म इंश्योरेंस प्लान का प्रीमियम भरना छोड़ देते हैं, तो आपको किसी भी तरह का बेनिफिट नहीं मिलता। आपकी पॉलिसी एक निर्धारित अवधि के बाद अपने आप बंद हो जाती है। जबकि जीवन बीमा प्लान में प्रीमियम की कुछ राशि वापस मिलने की संभावना रहती है।
इस तरह रहेंगे डबल सिक्योर
दोनों ही पॉलिसियां अलग-अलग लाभों के साथ आती हैं। आपको बस यह तय करना है कि आपकी ज़रूरत कैसी है। जीवन बीमा अभी भी लोगों की पहली पसंद है, लेकिन कोरोना महामारी के बाद से टर्म इंश्योरेंस लेने वालों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि जीवन बीमा के साथ-साथ एक टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी भी होनी चाहिए।
एक पॉलिसी जहां आपको लाइफ टाइम कवरेज के साथ कैश वैल्यू भी प्रदान करेगी। वहीं, दूसरी किसी अनहोनी की स्थिति में आपके नॉमिनी को अपेक्षाकृत बड़ी राशि प्रदान करके जाएगी। इसलिए आप यह कर सकते हैं कि पारंपरिक जीवन बीमा पॉलिसी भी लें और कोई एक टर्म इंश्योरेंस प्लान भी खरीद लें। इस तरह आप डबल सिक्योर हो जाएंगे।