EPFO: रोजगार के मोर्चे पर देश के लिए अच्छी खबर है। सितंबर महीने में देशभर 16.82 लाख से ज्यादा लोगों को संगठित क्षेत्रों में नौकरियां मिली है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के पेरोल डेटा से पता चलता है कि उसने सितंबर के महीने में 16.82 लाख से ज्यादा सदस्य जोड़े हैं। पिछले साल के इसी महीने के पेरोल डेटा की तुलना में 9.14 फीसदी ज्यादा है।
आंकड़ों के मुताबिक तकरीबन 2,861 नए प्रतिष्ठानों ने कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1952 के तहत अपने कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा कवर सुनिश्चित करना शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि सितंबर महीने के दौरान जोड़े गए कुल 16.82 लाख सदस्यों में से लगभग 9.34 लाख पहली बार ईपीएफओ के दायरे में आए हैं।
#EPFO adds 16.83 lakh net subscribers, around 9.34 lakh new members, during September 2022#SocialSecurity #AmritMahotsav @byadavbjp @Rameswar_Teli @LabourMinistry @PIB_India @MIB_India
For more details: https://t.co/ow8hoCV1O2…
---विज्ञापन---Payroll data link: https://t.co/v76EEuj8R7…
— EPFO (@socialepfo) November 20, 2022
श्रम मंत्रालय की ओर से जारी आकंड़ों के मुताबिक नए सदस्यों में 18-21 वर्ष की आयुवर्ग के 2.94 लाख, 21-25 वर्ष के 2.54 लाख हैं। यानी तकरीबन 58.75 फीसदी नए सदस्य है जिनकी आयु 18-25 साल के बीच के हैं। इससे पता चलता है कि पहली बार नौकरी पाने वाले अपनी शिक्षा के बाद बड़ी संख्या में संगठित क्षेत्र की ओर रूख कर रहे हैं। साथ ही संगठित क्षेत्र बड़े पैमाने पर देश के युवाओं को नई नौकरियां मिल रही है।
वहीं सितंबर 2022 में महिला सदस्यों का नामांकन 3.50 लाख रहा है। जो बीते साल सितंबर की तुलना में 6.98 फीसदी ज्यादा है। सितंबर महीने के दौरान ईपीएफओ में शामिल होने वाले कुल नए सदस्यों में महिला वर्कफोर्स का नामांकन 26.36 फीसदी दर्ज किया गया।
इसके साथ ही पेरोल डेटा के विश्लेषण से पता चलता है कि ईपीएफओ के कवरेज से बाहर निकलने वाले सदस्यों की संख्या में पिछले तीन महीनों के दौरान लगातार गिरावट आई है। अगस्त महीने की तुलना में सितंबर 2022 के दौरान लगभग 9.65 फीसदी कम सदस्य ईपीएफओ के दायरे से बाहर निकले।