Credit Card Expenses: भारत में पिछले दिनों फेस्टिव सीजन ने खूब धमाल मचाया। देश के अंदर जबरदस्त डिमांड देखी गई, वहीं प्रोडक्शन भी जमकर हुआ। इसी बीच एक और खबर ऐसी आ रही है जिससे आप जान सकते हैं कि लोगों ने खरीददारी खूब की है। दरअसल फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर महीने में क्रेडिट कार्ड से होने वाला खर्च साल दर साल 38.3 फीसदी बढ़कर 1.8 ट्रिलियन रुपए के हाईएस्ट लेवल पर पहुंच गया है। अक्टूबर में हुई ये ग्रोथ 9 महीने की सबसे बड़ी ग्रोथ थी। वहीं महीने से महीने खर्च की बात करें तो उसमें भी 25.4 फ़ीसदी का इजाफा देखने को मिला, जो 2 साल में सबसे ज्यादा है।
Credit card data for October is out!
---विज्ञापन---– Festive demand was seen in monthly spending with per card spending hitting the all time high.
– ICICI was the highest card issuer for the 3rd month in a row (can be because of Amazon Pay partnership) pic.twitter.com/U9SWtna0k9
---विज्ञापन---— anshul gupta (@anshgupta64) November 23, 2023
प्रति कार्ड खर्चे में हुआ इजाफा
अगर प्रति कार्ड की बात करें तो अक्टूबर के महीने में खर्चा 16 फ़ीसदी बढ़कर 18,898 रुपए पर पहुंच गया। जिसमें 23.02 फीसदी की ग्रोथ महीने से महीने में देखी गई है। इसके लिए bankbazaar.com के अधिकारी आदिल शेट्टी ने कहा है कि, लगभग 65 परसेंट क्रेडिट कार्ड का यूज ऑनलाइन होता है। जिसमें ऑनलाइन टिकट सबसे ज्यादा यूजर्स बुक करते हैं। अभी के टाइम में नो कॉस्ट EMI जैसी फैसिलिटी जब से आई हैं तब से और क्रेडिट कार्ड का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है।
SBI रहा सबसे आगे
क्रेडिट कार्ड के वॉल्यूम की बात करें तो इससे ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में ईयर टू ईयर 39 फीसदी और अगर वही प्राइस के बारे में बात करें तो 55.01 फ़ीसदी की ग्रोथ हुई है। यह सभी आंकड़े अक्टूबर महीने के हैं। एचडीएफसी बैंक क्रेडिट कार्ड से खर्चे 20.3 फीसदी ज्यादा किए गए। वहीं स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने तो सभी बैंकों को पीछे ही छोड़ दिया, 52 फीसदी की ग्रोथ के साथ 35,459 करोड रुपए के लेनदेन ग्राहकों ने किए।
यह भी पढ़ें- सप्ताह में सिर्फ 3 दिन करना होगा काम, AI को लेकर बिल गेट्स ने दिया गजब का सुझाव
RBI का कदम लगा सकता है ब्रेक
आने वाले समय की बात करें तो एक्सपर्ट यही मानते हैं कि यूपीआई के जरिए क्रेडिट कार्ड का अब ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल होगा। यानी ऊपर बताए गए सभी आंकड़ों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल सकता है। हालांकि अभी आरबीआई ने रिस्क वेट को बढ़ाया है, जिससे आने वाले समय में आंकड़ा हल्का सा गिर सकता है।