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सावधान! नहीं किया लेन-देन तो बैंक खाते के सारे पैसे हो जाएंगे उड़न छू, जानें नया ट्रांजैक्शन नियम

Bank Transaction New Rules: क्या सेविंग, करंट या फिक्स्ड डिपॉजिट में आपका खाता खुला हुआ है? अगर हां, तो बैंक के नए नियम जान लीजिए। लेन-देन न करना अब आपके जमा पैसों के लिए खतरा बन सकते हैं, लेकिन कैसे? आइए जानते हैं।

Edited By : Simran Singh | Updated: Feb 16, 2024 13:35
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Bank Transaction New Rules
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Bank Transaction New Rules: क्या आपका बैंक में खाता है? अगर हां, तो आप बैंक से लेन-देन करते हैं? अगर करते हैं तो साल, महीने या सप्ताह या फिर रोजाना कितनी बार बैंक से लेन-देन करते हैं? अगर जवाब ये है कि आप बस पैसे जमा करके भूल चुके हैं और अपने बैंक की तरफ मुड़कर भी नहीं देख रहे हैं, तो जरा एक खास जानकारी जान लीजिए।

दरअसल, अब बैंक ट्रांजैक्शन के नए नियम के तहत अगर कोई खाता कर्ता अपने पैसे को जमा करने के बाद किसी तरह का कोई ट्रांजैक्शन नहीं करता है तो वो पैसे दावा-रहित हो जाएंगे। इनमें सिर्फ सेविंग अकाउंट (Saving Account) और करंट अकाउंट (Current Account) नहीं बल्कि फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) का खाता भी शामिल है। आइए जानते हैं कि खाताधारकों के लिए बैंक ट्रांजैक्शन के नए नियम क्या हैं और लेन-देन न करने पर खाताधारक के पैसे कहां ट्रांसफर कर दिए जाएंगे?

क्या है बैंक ट्रांजैक्शन के नए नियम?

बैंक ट्रांजैक्शन के नए नियम के तहत खाताधारक के लिए लेन-देन करना जरूरी है। अगर आप अपने पैसों को बैंक में जमा कर रखा है और 10 साल या उससे ज्यादा समय से आप कोई लेन-देन नहीं कर रहे हैं, तो बैंक में रखे आपके पैसे दावा रहित हो सकते हैं।

कब कहलाता है बैंक में जमा पैसा लावारिस?

बैंक ट्रांजैक्शन के नए नियम के अनुसार खाताधारक को 10 साल के अंदर लेन-देन जरूर करना चाहिए अगर वो ऐसा नहीं करते हैं तो उनके पैसे को लावारिस या दावा रहित कह दिया जाता है। इसके बाद इन जमा पैसे को जमाकर्ता शिक्षा और जागरूकता (DEA) फंड में ट्रांसफर कर दिया जाता है। इन पैसों को फिर सरकारी प्रतिभूतियों जैसे उपकरणों में निवेश किया जाता है। जमा पैसे जब दावा रहित हो जाएंगे तो आप या आपके परिवार के लोगों को दावा करने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

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कैसे बैंक में जमा पैसे को नहीं समझा जाएगा लावारिस?

अगर आप चाहते हैं कि आपके जमा पैसे को लावारिस न समझा जाए तो इसके लिए आपको कुछ काम करने होंगे। जैसे- ट्रांजैक्शन करते रहना होगा। हर 3 से 5 साल में अपने बैंक खाते से केवाईसी अपडेट और नॉमिनी केवाईसी अपडेट करना होगा।

अपने बैंक खाते या एफडी खाते के बारे में परिवार के लोगों को जरूर बताएं। इसके अलावा एफडी की स्लिप को भी सुरक्षित रखें। ऐसे में आपके पैसे लावारिस होने से बच सकेंगे और आपके परिवार के लोग पैसों का दावा कर सकेंगे।

आपको इस बात का भी ध्यान रखना है कि कई सारे बैंक खाते भी न हों। अगर आपके पास बहुत सारे बैंक खाते हैं और उनमें से कुछ अकाउंट को आप काफी लंबे समय से यूज नहीं करते हैं। न ही किसी तरह की लेन-देन करते हैं तो आपके बैंक अकाउंट के पैसे को लावारिस मान लिया जा सकता है।

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लगातार बढ़ रहे हैं दावा रहित जमा राशि

दावा रहित जमा राशि जमा राशि में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। आकड़ों को देखें तो मार्च 2023 तक दावा रहित जमा राशि 42,270 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। जबकि, फाइनेंशियल ईयर 2021 से 2022 में ये राशि 32,934 करोड़ रुपये तक थी। ध्यान रखें कि अपने बैंक से लेन-देन जरूर करें। अगर ऐसा भी नहीं कर रहे हैं तो ऊपर बताए गए कामों को तो जरूर हर 3 से 5 साल में अपनाएं।

First published on: Feb 16, 2024 01:35 PM

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