Challan on Scooter: लोगों की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए पिछले कुछ महीनों से ट्रैफिक नियमों में सख्ती देखने को मिल रही है, लोग नियमों का पालन भी कर रहे हैं। लेकिन जो लोग नियम तोड़ रहे हैं उनका तगड़ा चालान भी किया जा रहा है, साथ ही उन्हें सजा भी दी जा रही है। नियम तोड़ने वाली लिस्ट में गाड़ी का मॉडिफिकेशन भी शामिल है। लेकिन देखने में यह भी आ रहा है कि अभी भी काफ़ी लोगों के इस बारे में पता नहीं होता। ऐसे में अगर वो इस नियम को तोड़ते हैं तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। नियम तोड़ने पर ड्राइविंग लाइसेंस कैंसिल करने के साथ सजा का भी प्रावधान भी है। अगर आपने भी अपने स्कूटर में किसी तरह का मॉडिफिकेशन कराया है, तब आपको बेहद सावधान रहने की जरूरत है। वरना पकड़े जाने पर 25,000 रुपये तक का चालान किया जा सकता है। ध्यान रहे यह नियम बाइक्स पर भी लागू है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर आपने अपने स्कूटर या बाइक में किसी तरह के मॉडिफिकेशन कराने जा रहे हैं, तो सबसे पहले पहले क्षेत्रिय परिवहन कार्यालय से अनुमति लेनी पड़ेगी। मॉडिफिकेशन के दौरान अपनी गाड़ी में उन्हीं पार्ट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं जो ऑटोमोटिव रिसर्च अथॉर्टी ऑफ इंडिया (ARAI) से अप्रूव्ड होते हैं। यहां हम आपको मॉडिफिकेशन की 3 ऐसी कंडीशन बता रहे हैं। जिसकी वजह से आपका बड़ा चालान हो सकता है।
मॉडिफिकेशन करवाना पड़ेगा भारी
स्कूटर या बाइक में मॉडिफिकेशन कराना गैर कानूनी होता है। इसमें कार शामिल हैं। नए ट्रैफिक नियम के तहत किसी भी वाहन में कराए जाने वाला मॉडिफिकेशन गैर कानूनी होता है। इसके लिए आपसे जुर्माना लिया जा सकता है। बाइक-स्कूटर को जब्त भी किया जा सकता है।
तेज साउंड वाले साइलेंसर पर चालान
आजकल खूब देखने में आ रहा है कि लोग बाइक के साइलेंसर को भी मॉडिफाई करा देते हैं ताकि साउंड ज्यादा हो… कुछ लोग टशन मारने के लिए ऐसा करते हैं। ज्यादातर बाइक में साइलेंस में पटाखों जैसी आवाज़ निकलती है जो किसी को भी डरा सकता है, कमजोर दिल वालों के लिए यह खतरनाक साबित हो सकती है। इस तरह के साइलेंसर का इस्तेमाल करने पर पुलिस आपको पकड़ सकती है और आपला मोटा चालान भी कट सकता है।
फैंसी नंबर प्लेट से रहें दूरी
आज भी लोग अपनी गाड़ी में टशन और भौकाल दिखाने के लिए फैंसी नंबर प्लेट का इस्तेमाल करते हैं जो गैर-कानूनी है। ऐसी नंबर प्लेट्स पर भारी चालान है, पुलिस दूर से पहचान लेती है, और पकड़ कर चालाब करती है। इसलिए हमेशा आरटीओ द्वारा सर्टिफाइट नंबर प्लेट का इस्तेमाल करना चाहिए।
यह भी पढ़ें: Honda Activa E: होंडा के पहले इलेक्ट्रिक स्कूटर में क्या है खास? बुक करने से पहले जरूर जानिए