मर्सिडीज-बेंज इंडिया की कार खरीदना अब ग्राहकों की जेब पर भाई पड़ने वाला है। कंपनी ने घोषणा की है कि वह अपनी सभी कारों की कीमतों में 1.5% तक की बढ़ोतरी करेगी। कंपनी दो चरणों में कीमतों में इजाफा करेगी, जिसमें पहली बढ़ोतरी 1 जून से और दूसरी 1 सितंबर 2025 से लागू होगी। दो चरणों में कीमतों में बढ़ोतरी का मकसद ग्राहकों पर पड़ने वाले बोझ को कम करना रहगा है। कंपनी के मुताबिक कारों की कीमतों में 90,000 से 12.20 लाख रुपये तक की बढ़ोतरी की जाएगी। दाम बढ़ाने को लेकर मर्सिडीज-बेंज का कहना है कि लागत वृद्धि का केवल मामूली हिस्सा ही ग्राहकों पर डाल रही है। कंपनी की सी-क्लास की कीमत में सबसे कम 90,000 की बढ़ोतरी होगी जिसके बाद इसकी कीमत 60.3 लाख से शुरू होगी। वहीं मर्सिडीज-मेबैक एस-क्लास की कीमत में अधिकतम 12.20 लाख की बढ़ोतरी की गई है और अब इसकी कीमत 3.60 करोड़ है। ये सभी कीने सभी कीमतें एक्स-शोरूम हैं।
क्यों बढ़े दाम ?
दाम बढ़ाने के पीछे मर्सिडीज ने कहा कि, अब तक वह बढ़ती हुई लागत को झेल रही थी, लेकिन ऑपरेटिंग एक्सपेंस की भरपाई करने और बिजनेस को स्थिर बनाए रखने के लिए कीमतों में इजाफा कियब जा रहा है।
इस साल जनवरी से विदेशी मुद्रा दरों में भारी वृद्धि के कारण मूल्य संशोधन किया गया है। इसने घटकों और उत्पादों विशेष रूप से पूरी तरह से आयातित मॉडलों की लागत संरचना को बुरी तरह प्रभावित किया है।
दो बार में कारों की कीमतों में बढ़ोतरी के बारे में बताते हुए मर्सिडीज बाताया कि इससे ग्राहकों को अपनी खरीदारी की योजना बनाने और अपनी आवश्यकताओं के हिसाब से बेहतर फाइनेंशियल प्लानिंग करने में मदद मिलेगी। अब देखने वाली बात ये होगी कि दाम बी बढ़ाने के बाद कंपनी की बिक्री पर क्या असर पड़ता है।
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