Blind Spots feature Benefits: पिछले कुछ सालों में कारों की सेफ्टी को लेकर काफी अच्छा काम किया गया है। कार कंपनियां अब बेस मॉडल में ही कई अच्छे सेफ्टी फीचर्स को देने लगी हैं, लेकिन इससे गाड़ी की कीमत भी बढ़ जाती है। कुछ कारों के बेस मॉडल में 6 एयरबैग्स देखने को मिल रहे हैं, जबकि कुछ कार कंपनियां तो ब्लाइंड स्पॉट फीचर को मिड वेरिएंट में ही देने लगी हैं।
ऐसी उम्मीद है यह फीचर आने वाले समय में कारों के बेस मॉडल में भी देखने को मिलेगा। कार चलाते समय कई ब्लाइंड स्पॉट्स का ध्यान रखना होता है, अगर ध्यान न दिया जाए तो एक्सीडेंट का खतरा बना रहता है। यहां हम आपको ब्लाइंड स्पॉट के बारे में जानकारी दे रहे हैं और साथ ही आपको इनसे बचने के भी उपाय बता रहे हैं।
ब्लाइंड स्पॉट्स बनते हैं एक्सीडेंट का कारण
ब्लाइंड स्पॉट्स की वजह से एक्सीडेंट होते हैं। अक्सर हम इन्हें अनदेखा कर देते हैं। वैसे कारों में साइड मिरर इसलिए ही लगे होते हैं ताकि ब्लाइंड स्पॉट्स कम से कम हों लेकिन कई बार ब्लाइंड स्पॉट्स साइड मिरर में भी दिखाई नहीं और एक्सीडेंट हो जाते हैं।
ड्राइव करते समय जब पीछे से आ रही कोई गाड़ी 2 मीटर से भी कम दूरी पर होती है तो अक्सर साइड मिरर में दिखाई नहीं ऐसे में एकदम से इस गाड़ी का ओवरटेक करने के लिए आगे आना कई बार एक्सीडेंट का कारण भी बन जाता है।
इन तरीकों से करें सेफ ड्राइविंग
ब्लाइंड स्पॉट निश्चित रूप से खतरनाक हैं, लेकिन उनसे बचने के कई तरीके भी हैं, भले ही आप उन्हें खत्म नहीं कर सकते। ब्लाइंड स्पॉट और इससे होने वाले एक्सीडेंट को रोकने के लिए नीचे कुछ टिप्स दिए गए हैं।
उचित दूरी रखें
ड्राइव करते समय उचित दूरी का ध्यान रखें। हर छोटे और बड़े कार के ब्लाइंड स्पॉट्स से बचने के लिए गाड़ी की रफ़्तार हुए सड़क पर चल रहे दूसरे वाहनों से उचित दूरी बनाकर रखें।
ब्लाइंड स्पॉट मिरर लगाएं
आप बाजार से Blind Spot Mirrors खरीद सकते हैं जोकि काफी किफायती दाम में मिल जाते हैं। इन्हें आप साइड मिरर में चिपका सकते हैं। ये 2 इंच साइज़ में मिलते हैं। कार के दोनों और केबिन में लगे मिरर को सेट करें, क्योंकि ऐसा करने से आप ब्लाइंड स्पॉट पर काफी हद तक काबू पा सकते हैं। इसके अलावा ड्राइव के दौरान हमेशा मिरर देखें।
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