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लागत से लेकर सस्टेनेबिलिटी तक – CNG बन रहा है समझदारी भरा ऑप्शन

किफायती और ईंधन बचाने वाला ऑप्शन पारंपरिक ईंधनों की बढ़ती लागत ने किफायती विकल्पों की मांग को बढ़ाया सीएनजी ईंधन खर्च को काफी हद तक कम कर, एक किफायती और आर्थिक रूप से व्यवहारिक विकल्प बन चुकी है।

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : Bani Kalra Updated: Sep 13, 2025 00:51
Tata Nexon CNG

ग्लोबल ऑटोमोटिव इंडस्ट्री बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है, जिसमें नए नियम और पर्यावरण को बचाने की बढ़ती जरूरत शामिल है। इलेक्ट्रिक वाहन आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन अभी वे अपनी पूरी क्षमता तक नहीं पहुंचे। ऐसे में CNG एक व्यावहारिक विकल्प के रूप में सामने आई है,जो पैसे की बचत और पर्यावरण की देखभाल के बीच संतुलन बनाती है। सीएनजी पारंपरिक ICE वाहनों को लंबे समय तक चलने में मदद करती है, उन्हें अधिक ईंधन-बचाने वाला और पर्यावरण के लिए बेहतर बनाती है,साथ ही सभी के लिए किफायती भी रखती है। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बड़े चार्जिंग नेटवर्क की जरूरत के उलट,सीएनजी मौजूदा ढांचे का मामूली बदलाव के साथ इस्तेमाल करती है, जिससे यह उपभोक्ताओं और व्यावसायिक वाहनों के लिए आसान और विस्तार योग्य समाधान बन जाता है। CNG इस समय बेस्ट ऑप्शन, और इस बार में ज्यादा जानकारी दे रहे हैं टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स के VP और चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर मोहन सावरकर (Mohan Savarkar)..आइये जानते हैं…

किफायती और ईंधन बचाने वाला ऑप्शनपारंपरिक ईंधनों की बढ़ती लागत ने किफायती विकल्पों की मांग को बढ़ाया सीएनजी ईंधन खर्च को काफी हदतक कम कर,एक किफायती और आर्थिक रूप से व्यवहारिक विकल्प बन चुकी है। भारत में, सीएनजी कीकीमत पेट्रोल से लगभग 20% और डीजल से 13% कम है, जिससे ये उपभोक्ताओं और व्यवसायों के लिए बजट-फ्रेंडली भी है।

टैक्सी और डिलीवरी जैसे व्यावसायिक वाहनों को सीएनजी के इस्तेमाल से कई फायदे मिलते हैं। सीएनजी सस्ती होती है और साफ जलती है,जिससे इंजन में कार्बन कम जमा होता है। इससे इंजन लंबे समय तक चलता है और रखरखाव का खर्च भी कम होता है। पेट्रोल और डीजल के मुकाबले सीएनजी से वाहन चलाने की लागत कम आती है। यही कारण है कि जहां ईंधन की कीमतें बदलती रहती हैं,वहां सीएनजी वाहनों की मांग बढ़ रही है।

पर्यावरणीय लाभ और उत्सर्जन में कमी

परिवहन क्षेत्र वायु प्रदूषण में बड़ा योगदान देता है, जिससे स्वच्छ ईंधन विकल्पों की आवश्यकता बढ़ी है।सीएनजी सबसे स्वच्छ जलने वाले जीवाश्म ईंधनों में से एक है, जो पेट्रोल और डीजल की तुलना में काफी कम कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂), नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOₓ), और पार्टिकुलेट मैटर का उत्सर्जन करती है। एक सीएनजी वाहन पारंपरिक पेट्रोल वाहन की तुलना में 25% तक कम CO₂ उत्सर्जित करता है। ये कटौतियां शहरी वायु प्रदूषण को कम करने और वैश्विक जलवायु लक्ष्यों के साथ तालमेल बिठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। भारत और चीन जैसे देशों ने महानगरों में गंभीर वायु गुणवत्ता चुनौतियों से निपटने के लिए सीएनजी को बढ़ावा दिया है। सरकारें सीएनजी को जीवाश्म ईंधनों और पूर्ण नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के बीच एक सेतु के रूप में मान्यता दे रही हैं, जिससे यह उनकी ऊर्जा नीतियों का एक रणनीतिक हिस्सा बन रहा है।

ICE वाहनों की प्रासंगिकता बनाए रखना

जैसे-जैसे नए तरह के वाहन प्रणालियों पर ध्यान बढ़ रहा है, पारंपरिक इंजन (आईसीई) वाहनों की भूमिका बदल रही है। बैटरी से चलने वाले इलेक्ट्रिक वाहन (बीईवी) तकनीक और लोकप्रियता में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। साथ ही,सीएनजी एक आसान और कम प्रदूषण वाला विकल्प है, जिससे आईसीई वाहनों को उपयोगिता बनी रहती है और स्वच्छ परिवहन की दिशा में बदलाव को सहयोग मिलता है। वाहन निर्माता अपने मॉडलों में फैक्ट्री-फिटेड सीएनजी विकल्प शामिल कर रहे हैं, जिससे सख्त प्रदूषण नियमों का पालन हो सके, वह भी बिना पूरी तरह इलेक्ट्रिक वाहनों पर निर्भर हुए। यह बदलाव ऑटोमोटिव उद्योग को मौजूदा उत्पादन प्रक्रियाओं को बेहतर करने और महंगी इलेक्ट्रिक तकनीकों पर कम निर्भर होने की सुविधा देता है। साथ ही, आईसीई वाहनों को लेकर व्‍याप्‍त जानकारी उन लोगों के लिए बदलाव को आसान बनाती है जो नए परिवहन समाधानों को अपनाने से हिचकते हैं।

अलग-अलग वाहन वर्गों में बहुपयोगिता

सीएनजी की सभी तरह के वाहनों में इस्तेमाल होने की खासियत इसे एक व्यापक और उपयोगी वैकल्पिक ईंधन बनाती है। यात्री कारें,व्यावसायिक वाहन और भारी ट्रक सभी सीएनजी से फायदा उठा सकते हैं,जिससे यह अलग-अलग परिवहन जरूरतों के लिए उपयुक्त है। इस बदलाव से डीजल का उपयोग काफी कम होने और व्यावसायिक वाहनों के कार्बन उत्सर्जन में कमी आने की उम्मीद है। वाहन निर्माता उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपने सीएनजी मॉडलों की संख्या बढ़ा रहे हैं। विभिन्न वाहनों में सीएनजी की अनुकूलता इसे परिवहन को पर्यावरण के लिए बेहतर बनाने की कोशिश कर रही सरकारों और उद्योगों के लिए आकर्षक बना रही है।

बाजार में बढ़ती स्वीकार्यता और बुनियादी ढांचे का विस्तार

सीएनजी की व्यापक स्वीकार्यता मजबूत बुनियादी ढांचे और सहायक नीतियों के विकास पर निर्भर करती है। भारत,ब्राजील और पाकिस्तान जैसे प्राकृतिक गैस भंडार वाले देशों ने उपभोक्ता स्वीकार्यता को प्रोत्साहित करने के लिए अपने सीएनजी नेटवर्क का सफलतापूर्वक विस्तार किया है। सीएनजी वाहनों के लिए कर लाभ और कम पंजीकरण शुल्क जैसी सरकारी प्रोत्साहन राशि बाजार प्रवेश को और बढ़ा रही है। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां ईंधन विकल्प सीमित हैं, वहां पहुंच सुनिश्चित करने के लिए बुनियादी ढांचे का विस्तार महत्वपूर्ण है। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत का लक्ष्य 2030 तक लगभग 17,500 सीएनजी स्टेशन स्थापित करने का है। रिफ्यूलिंग स्टेशनों और पाइपलाइन नेटवर्क में रणनीतिक निवेश सीएनजी की मुख्यधारा के ईंधन विकल्प के रूप में दीर्घकालिक सफलता को निर्धारित करेगा।

निष्कर्ष

सीएनजी पर्यावरण के लिए बेहतर और किफायती परिवहन का एक मजबूत और आसान समाधान है। यह कम लागत,कम प्रदूषण और मौजूदा आईसीई तकनीक के साथ काम करने की खासियत के कारण स्वच्छ परिवहन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कड़ी है। जब इलेक्ट्रिक वाहन अभी भी विकसित हो रहे हैं,सीएनजी यह सुनिश्चित करती है कि लाखों आईसीई वाहन पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना उपयोगी रहें। जैसे-जैसे सरकारें और उद्योग अपनी ऊर्जा योजनाओं को बेहतर बनाते हैं, सीएनजी वैश्विक परिवहन में एक अनिवार्य हिस्सा बनी रहेगी। यह तुरंत उपलब्ध,दायरा बढ़ाने योग्य और लागत-कुशल विकल्प होने के कारण भविष्य के परिवहन को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

First published on: Aug 01, 2025 09:38 AM

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