Buying car insurance online vs agent: इंश्योरेंस हमारे व्हीकल और फैमिली को किसी अनहोनी पर प्रोटेक्शन देता है। ऐसे में इसका सही होना जरूरी है। इन दिनों ऑनलाइन इंश्योरेंस का ट्रेंड है। लेकिन कई लोग इसे लेकर कंन्फयूज रहते हैं की Online Car insurance करवाना सही है या नहीं। वहीं, ऑनलाइन इंश्योरेंस करवाना सस्ता क्यों है। आइए आपको इस खबर में इन सब सवालों के जवाब देने की कोशिश करते हैं।
ऑन लाइन में टाइम कम लगता है
ऑफलाइन इंश्योरेंस लेने के लिए हमें फिजिकली insurance agent से मिलना पड़ता है। offline insurance किसी इंश्योरेंस कंपनी के ऑफिस या कार डीलर के पास जाकर लेते हैं। ऑनलाइन इंशयोरेंस में हम अपने मोबाइल, या कंप्यूटर पर इसे लेना होता है। ऑफलाइन में एजेंट से मिलना, फॉर्म भरना उसे जमा करवाना पड़ता है। ऑनलाइन में वेबसाइट या एप पर बेसिक डिटेल भरने के बाद अपना प्लान चूज करें और भुगतान करते ही पॉलिसी मिल जाती है।
नीचे दी वीडियो पर क्लिक कर देखें Buying car insurance online vs agent
ट्रांसपेरेंसी और फ्रॉड
एजेंट शामिल होने के चलते ऑफलाइन में ट्रांसपेरेंसी कम होती है। एजेंटों द्वारा कई नियम छूपा लेने का खतरा रहता है। वहीं, ऑनलाइन में कई बार हमारे साथ फ्रॉड होने का खतरा बना रहता है। लोग इंश्योरेंस कंपनी की फर्जी साइट या एप बनाकर भुगतान ले जाते हैं।
ऑनलाइन इंश्योरेंस लेना पड़ता है सस्ता
ऑफलाइन के मुकाबले ऑनलाइन व्हीकल इंश्योरेंस लेना सस्ता पड़ता है। क्योंकि इस प्रोसेस में कंपनी को एजेंट को कमीशन और एडमिनिस्ट्रेटिव खर्च नहीं करना पड़ता है। जानकारों की मानें तो क्लेम सेटलमेंट के लिए ऑनलाइन इंश्योरेंस में अलग टीम होती है।
ऑनलाइन या ऑफलाइन इंश्योरेंस करवाने से पहले यह भी जानें लें
- ऑनलाइन या ऑफलाइन इंश्योरेंस करवाने से पहले यह भी जानें लें
- ऑनलाइन में कंपैरिजन और रिचर्स बेहतर होती है।
- ऑनलाइन इंश्योरेंस करवाने में समय कम लगता है।
- ऑफलाइन में हर बार डिटेल भरनी पड़ती है।
- ऑनलाइन में पुरानी डिटेल ऑटोफिल हो जाती है।
ऑनलाइन कार इंश्योरेंस कैसे करें और किस पॉलिसी को चुनें
किसी भी इंश्योरेंस कंपनी के मोबाइल एप या उसकी वेबसाइट पर जाएं। व्हीकल की मांगी गई डिटेल भरें और प्रीमियम चेक करें। कुछ इंश्योरेंस मोबाइल एप कार की डिटेल डालने पर एक साथ कई इंश्योरेंस कंपनियों के ऑफर को कंपेयर कर दिखाते हैं। जिसमें से आप अपने पंसद का प्लान चुनकर पेमेंट कर पॉलिसी ले सकते हैं। इसके अलावा पहले सोच लें आपको किसी तरह का कवरेज चाहिए। आपकी पॉलिसी में liability, collision और चोटिल होने पर क्या प्रोटेक्शन मिल रही है, इसे चेक जरूर चेक ले।