Daily Horoscope: 15 अगस्त 2025 को भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि रात 11 बजकर 49 मिनट तक रहेगी, जिसके बाद अष्टमी तिथि शुरू होगी। इस दिन सुबह 7 बजकर 36 मिनट तक आश्विनी नक्षत्र रहेगा, फिर भरणी नक्षत्र लगेगा। गण्ड योग सुबह 10 बजकर 17 मिनट तक रहेगा, इसके बाद वृद्धि योग शुरू होगा।
विष्टि करण दोपहर 12 बजकर 58 मिनट तक रहेगा, फिर बव और बाद में बालव करण प्रभावी होगा। ग्रहों की स्थिति में चंद्रमा मेष राशि में, सूर्य और बुध कर्क में, गुरु और शुक्र की युति मिथुन में, मंगल कन्या में, केतु सिंह में, राहु कुंभ में और शनि मीन राशि में रहेंगे। यह ग्रह-नक्षत्र संयोजन कुछ राशियों के लिए चुनौतियां ला सकता है।
15 अगस्त 2025 का दिन ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति के आधार पर मिश्रित प्रभाव वाला रहेगा। भाद्रपद कृष्ण पक्ष की सप्तमी और अष्टमी तिथि धार्मिक कार्यों के लिए शुभ मानी जाती हैं, लेकिन गण्ड योग और विष्टि करण कुछ राशियों के लिए बाधाएं उत्पन्न कर सकते हैं। आश्विनी नक्षत्र की ऊर्जा और भरणी नक्षत्र की परिवर्तनकारी प्रकृति इस दिन कुछ राशियों को मानसिक तनाव, निर्णय लेने में कठिनाई या कार्यों में रुकावट दे सकती है।
मंगल का कन्या राशि में और चंद्रमा का मेष में होना कुछ राशियों के लिए जल्दबाजी या तनाव का कारण बन सकता है। गुरु-शुक्र की युति मिथुन में संवाद और रिश्तों पर प्रभाव डालेगी, जबकि राहु-केतु की स्थिति अनिश्चितता बढ़ा सकती है। आइए जानते हैं कि यह दिन किन राशि वालों के लिए अच्छा नहीं रहेगा और दिन को अच्छा बनाने के लिए क्या उपाय करें?
कर्क राशि
कर्क राशि के लिए 15 अगस्त का दिन कुछ चुनौतियां लेकर आएगा। सूर्य और बुध का कर्क राशि में होना आत्मविश्वास में कमी और संवाद में गलतफहमी पैदा कर सकता है। गण्ड योग और विष्टि करण के प्रभाव से कार्यों में रुकावट या मानसिक तनाव हो सकता है। नौकरीपेशा लोगों को सहकर्मियों या उच्च अधिकारियों के साथ मतभेद का सामना करना पड़ सकता है। परिवार में भी छोटी-मोटी बहस हो सकती है। इस दिन यात्रा से बचें, क्योंकि भरणी नक्षत्र में चंद्रमा स्वास्थ्य या सुरक्षा से जुड़ी समस्याएं ला सकता है।
उपाय: सुबह शिवलिंग पर जल अर्पित करें।
तुला राशि
तुला राशि के लोगों को इस दिन हेल्थ और फाइनेंशियल मामलों में सावधानी बरतनी होगी। मंगल का कन्या राशि में होना और गुरु-शुक्र की युति आपके लिए अनावश्यक खर्च या मानसिक अशांति ला सकती है। विष्टि करण के कारण महत्वपूर्ण निर्णय लेने में कठिनाई हो सकती है और गण्ड योग कार्यों में देरी या असफलता का कारण बन सकता है। रिश्तों खासकर प्रेम संबंधों में भी तनाव की स्थिति बन सकती है। इस दिन जोखिम भरे निवेश से बचें।
उपाय: मां दुर्गा को लाल फूल अर्पित करें और ‘ॐ श्रीं श्रीये नमः’ मंत्र की एक माला का जाप करें।
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए यह दिन करियर और पारिवारिक जीवन में कुछ बाधाएं ला सकता है। मंगल का कन्या में और चंद्रमा का मेष में होना आपके लिए कार्यस्थल पर दबाव या असहमति का कारण बन सकता है। गण्ड योग और विष्टि करण के प्रभाव से नए प्रोजेक्ट शुरू करने या बड़े निर्णय लेने में रुकावटें आ सकती हैं। परिवार में माता-पिता के साथ वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। इस दिन अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें, क्योंकि तीखी बातें रिश्तों में खटास पैदा कर सकती हैं।
उपाय: हनुमान मंदिर में गुड़ और चने का प्रसाद चढ़ाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के लिए राहु का राशि में होना और चंद्रमा का भरणी नक्षत्र में प्रवेश अनिश्चितता और तनाव का कारण बन सकता है। इस दिन आपको स्वास्थ्य, खासकर पेट या त्वचा से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। गण्ड योग के प्रभाव से कार्यों में देरी और विष्टि करण के कारण मानसिक अस्थिरता हो सकती है। व्यापारियों को साझेदारी में सावधानी बरतनी होगी, क्योंकि विश्वासघात या गलतफहमी की आशंका है। इस दिन जोखिम भरे कार्यों से बचें।
उपाय: भगवान गणेश को तिल और गुड़ का भोग लगाएं और ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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